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हिमाचल शिक्षा बोर्ड ने निजी शिक्षण संस्थानों के साथ की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों के प्रिंसिपलों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन से संबंध में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. कॉन्फ्रेंस में बोर्ड द्वारा नवीं से जमा दो (Himachal Education Board) कक्षा तक संचालित किए गए टर्म एक व आगामी अप्रैल 2022 की टर्म दो की परीक्षाओं और शीतकालीन अवकाश वाले विद्यालयों को बोर्ड द्वारा तीसरी पांचवीं और आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाए जाने पर चर्चा की गई.

Himachal Education Board
हिमाचल शिक्षा बोर्ड
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Published : Jan 5, 2022, 6:52 PM IST

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों के प्रिंसिपल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन से संबंध में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का (Himachal Education Board) आयोजन किया. कॉन्फ्रेंस में बोर्ड द्वारा नवीं से जमा दो कक्षा तक संचालित किए गये टर्म एक व आगामी अप्रैल 2022 की टर्म दो की परीक्षाओं और शीतकालीन अवकाश वाले विद्यालयों को बोर्ड द्वारा तीसरी पांचवी और आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाए जाने पर चर्चा की गई.

इस दौरान मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रिंसिपलों ने (National Education Policy Himachal) बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी तथा अक्षय सूद सचिव की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि इस समय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में हिमाचल प्रदेश सबसे आगे हो गया है. बोर्ड द्वारा छात्रों के आंकलन एवं मूल्यांकन करने का फार्मूला तैयार किया गया है. उसकी पूरे भारतवर्ष में सभी बोर्ड द्वारा (Himachal education board meeting) सराहना की गई.

उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा तीसरी, पांचवी, 8वीं और 9वीं से जमा दो टर्म एक की परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों के पैटर्न की भी सराहना की गई. हिमाचल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बच्चों के सर्वांगीण विकास (Board exams in Himachal) का पूरा ध्यान रखा गया है, ताकि बच्चे पढ़ाई को बोझ ना समझें, बच्चे परीक्षा के दौरान तनाव में ना आएं. उन्होंने कहा कि इन सभी विचारों पर गहराई से मंथन करके शिक्षा नीति तैयार की गई है.

सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सशक्त और कारगर बनाने के लिए बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों को तीन जोन में बांटकर कांगड़ा बिलासपुर और शिमला में फरवरी (Education policy in Himachal) माह में कार्यशालाएं करवाई जानी प्रस्तावित है. वहीं, शिक्षा के सुधार के लिए और छात्र हित में जो सुझाव प्राप्त होते हैं, उन्हें कार्यान्वित किया जाएगा.

सोनी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का नाम देश के अग्रणी बोर्डों में बनाए जाने के लिए प्रयास जारी रखेंगे तथा छात्र हित शिक्षक हित एवं कर्मचारी हित के कार्यों को हमेशा सर्वोपरि मानकर कार्य करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि सबका शिक्षाविदों एवं अभिभावकों का शिक्षा के सुधार हेतु सहयोग मिलता रहता है और मिलता रहेगा.

ये भी पढ़ें: करसोग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के लिए साक्षात्कार कल से, 22 पदों के लिए प्राप्त हुए 131 आवेदन

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बुधवार को बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों के प्रिंसिपल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 परीक्षा एवं मूल्यांकन से संबंध में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का (Himachal Education Board) आयोजन किया. कॉन्फ्रेंस में बोर्ड द्वारा नवीं से जमा दो कक्षा तक संचालित किए गये टर्म एक व आगामी अप्रैल 2022 की टर्म दो की परीक्षाओं और शीतकालीन अवकाश वाले विद्यालयों को बोर्ड द्वारा तीसरी पांचवी और आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाए जाने पर चर्चा की गई.

इस दौरान मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रिंसिपलों ने (National Education Policy Himachal) बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी तथा अक्षय सूद सचिव की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि इस समय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में हिमाचल प्रदेश सबसे आगे हो गया है. बोर्ड द्वारा छात्रों के आंकलन एवं मूल्यांकन करने का फार्मूला तैयार किया गया है. उसकी पूरे भारतवर्ष में सभी बोर्ड द्वारा (Himachal education board meeting) सराहना की गई.

उन्होंने कहा कि बोर्ड द्वारा तीसरी, पांचवी, 8वीं और 9वीं से जमा दो टर्म एक की परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों के पैटर्न की भी सराहना की गई. हिमाचल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बच्चों के सर्वांगीण विकास (Board exams in Himachal) का पूरा ध्यान रखा गया है, ताकि बच्चे पढ़ाई को बोझ ना समझें, बच्चे परीक्षा के दौरान तनाव में ना आएं. उन्होंने कहा कि इन सभी विचारों पर गहराई से मंथन करके शिक्षा नीति तैयार की गई है.

सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सशक्त और कारगर बनाने के लिए बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी शिक्षण संस्थानों को तीन जोन में बांटकर कांगड़ा बिलासपुर और शिमला में फरवरी (Education policy in Himachal) माह में कार्यशालाएं करवाई जानी प्रस्तावित है. वहीं, शिक्षा के सुधार के लिए और छात्र हित में जो सुझाव प्राप्त होते हैं, उन्हें कार्यान्वित किया जाएगा.

सोनी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का नाम देश के अग्रणी बोर्डों में बनाए जाने के लिए प्रयास जारी रखेंगे तथा छात्र हित शिक्षक हित एवं कर्मचारी हित के कार्यों को हमेशा सर्वोपरि मानकर कार्य करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि सबका शिक्षाविदों एवं अभिभावकों का शिक्षा के सुधार हेतु सहयोग मिलता रहता है और मिलता रहेगा.

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