ज्वालामुखी/कांगड़ाः कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है. इसी बीच ज्वालामुखी मन्दिर के पुजारियों ने भी हवन यज्ञ निरन्तर चलाया हुआ है. अमंगलकारी कोरोना से बचाने के लिए 1 अप्रैल से लेकर आज 20 दिनों तक हवन यज्ञ निरन्तर जारी है और यह न्यास के आगामी आदेशों तक निरन्तर जारी रहेगा.
हवन में घी, गिलोय एवं अन्य सामग्री के अलावा आम की लकड़ियों का प्रयोग हो रहा है. साथ ही शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा है.हवन करने वाले आचार्य पुजारी सब एक मीटर की दूरी पर आसन ग्रहण कर रहे हैं. पुजारी सौरभ ने बताया कि हवन यज्ञ का वैज्ञानिक आधार है और पुराणों में भी इसका लेख है.
पर्यावरण की शुद्धता व सेहत के लिए हवन लाभदायक है. बड़ी से बड़ी बीमारी या वायरस से बचाव का हवन और यज्ञ ही एकमात्र उपाय है. हवन की अग्नि से वातावरण शुद्ध होता है. और मनुष्य को प्रभावित करने वाली शक्तियां यज्ञ की अग्नि व धुएं से ही समाप्त हो जाती हैं.
विश्व कल्यानार्थ यह यज्ञ सफल हो सबकी यहीं कामना है और जल्द से जल्द पूरे विश्व को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से छुटकारा मिले सके.मन्दिर में निरन्तर 3 पुजारी हवन यज्ञ व अनुष्ठान कर रहे हैं.मन्दिर के कपाट बंद हैं और कर्मचारी निरन्तर अपनी सफाई व्यवस्था बनाये हुए हैं.जल्द ही ज्वाला माता पूरे विश्व में कोरोना महामारी का नाश करेगी.