धर्मशालाः पूर्व मंत्री जीएस बाली ने जयराम सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है. जीएस बाली ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट में हिमाचल में स्थितियां बिगड़ रहीं हैं. कोरोना के आंकड़े चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. दूसरी ओर सीएम जयराम ठाकुर जहां भी गए वहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं.
जीएस बाली ने कहा कि सरकार जनता के लिए नियम बनाती है तो सरकार को भी इन नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि जनता नेताओं का अनुसरण करे. उन्होंने कहा कि कांगड़ा दौरे के दौरान सीएम चाहते तो सचिवालय में बैठकर काम कर सकते थे, लेकिन इस महामारी के संकट में भी सीएम जयराम राजनीति कर रहे हैं.
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का कांगड़ा दौरा नाम के लिए था, वे यहां आए और जश्न मनाकर घर वापस लौट गए. धर्मशाला को दूसरे राजधानी तो बता दिया, लेकिन यहां कोई भी सेक्रेटरी नहीं बैठा. सरकार ऐसे ही कई मुद्दों पर चुपी साध लेती है.
जीएस बाली ने कहा कि किराया बढ़ोतरी पर सरकार 30 हजार करोड़ के घाटे की बात कहती है, लेकिन जयराम ठाकुर जनता को बताएं कि ये नुकसान कहां हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किराया बढ़ा कर आम लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने ट्रांसपोर्टरों को लाभ देने के लिए ये कदम उठाया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि जयराम सरकार को सत्ता में आए तीन साल हो गए हैं, लेकिन सरकार ने इस कार्यकाल में धरातल पर आम लोगों के हित में कोई भी उचित काम नहीं किया है. इस दौरान जीएस बाली ने बच्चियों के प्रति बढ़ रहे अपराध के मामले पर भी सरकार को सख्त कदम उठाने की मांग की.
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