बिलासपुर: विश्व विख्यात शक्तिपीठ नैना देवी में श्रावण अष्टमी मेला धूम धाम से शुरू हो गया है. सोमवार की सुबह मां नैना की आरती और मंत्रोच्चारण के साथ ही मेले का शुभारंभ हुआ. हालांकि, पिछले वर्ष श्रावण अष्टमी मेला कोरोना महामारी के चलते आयोजित नहीं हो पाया था, लेकिन इस बार करोना महामारी की तमाम औपचारिकताओं के बीच मेला आयोजित किया जा रहा है.
श्रावण अष्टमी मेला 9 अगस्त से 17 अगस्त तक चलेगा. इसमें हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य प्रदेशों से काफी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचने की उम्मीद है. इस बार करोना महामारी के चलते 'नो मास्क नो दर्शन' की मुहिम छेड़ी गई है.
माता के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी. यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए. वैक्सीन की डबल डोज ले चुके श्रद्धालुओं को वैक्सीनेशन की सर्टिफिकेट बॉर्डर पर दिखानी होगी. मेले में सुरक्षा कड़े इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं पर नजर रखने और उनकी सहायता के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं.
प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से सरकार ने प्रदेश में आने के लिए करोना की आरटी पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र साथ लाने के निर्देश जारी किए गए हैं. सरकार के निर्देश का श्रद्धालुओं की संख्या पर जरूर पड़ेगा. हालांकि, माता के दरबार को पंचाब की समाजसेवी संस्थाओं ने रंग बिरंगी लाइट और फूलों से संजाया गया है.
बिलासपुर उपायुक्त पंकज राय ने आग्रह करते हुए कहा कि सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा ना हो. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करना होगा. बिना मास्क के मंदिर परिसर में किसी को भी एंट्री नहीं दी जाएगी.
कोरोना काल में प्रदेश सरकार की एसओपी के मुताबिक श्रद्धालुओं को माताजी के दर्शन कराए जाएंगे. दर्शन करने के लिए मास्क लगाकर आना होगा. कोविड नियमों का पालन करने का आग्रह उन्होंने आने वाले श्रद्धालुओं से किया. नवरात्र के दौरान हवन यज्ञ, पूजा पाठ, प्रसाद, नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा. इसके अलावा मंदिर के आसपास ढोल नगाड़ा बजाने पर भी प्रतिबंध रहेगा.
श्री नैना देवी क्षेत्र को श्रावण नवरात्रि के दौरान 9 सेक्टर में बांटा गया है. सेक्टर मजिस्ट्रेट और डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात रहेंगे, ताकि श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. करीब सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
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