बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद राज्य में स्कूली बच्चों के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा दे रही है. इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए परिषद 1993 से स्कूली बच्चों के लिए विज्ञान मेले व प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रही है.
विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इन मेलों को उपमंडल, जिला और राज्य स्तर तक बढ़ाया गया था. बाल विज्ञान सम्मेलन एक राष्ट्रीय स्तर का विज्ञान संचार कार्यक्रम है. उपनिदेशक प्रारंभिक सुदर्शन कुमार ने ऑनलाइन 28वें बाल विज्ञान सम्मेलन का उपमंडल श्री नयना देवी जी का शुभारंभ किया.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस वर्ष कोविड-19 के चलते यह ऑनलाइन मनाया जा रहा है. सम्मेलन के लिए 1223 बच्चे ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर हुए हैं. इस संख्या से लगता है कि पिछले वर्षों की तरह सभी विद्यार्थियों का जोश कायम है. उपमंडल नैना देवी से 167, बिलासपुर से 366, घुमारवीं से 435 तथा झंडूता उपमंडल से 255 विद्यार्थी इस वर्ष बाल विज्ञान सम्मेलन में सम्मिलित होंगे.
पिछले वर्षों में बाल विज्ञान सम्मेलन में 6 गतिविधियां होती थीं लेकिन इस वर्ष प्रतियोगिता ऑनलाइन होने के कारण सिर्फ चार ही गतिविधियां सम्मेलन में रखी गई हैं. जिसमें साइंस क्विज, साइंस एक्टिविटी कॉर्नर, मैथेमेटिकल ओलंपियाड, साइंटिफिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट शमिल है. उन्होंने बताया कि साइंस मॉडल तथा विज्ञान नाटक इस वर्ष नहीं करवाए जाएंगे. इस वर्ष उपमंडल स्तर पर सिर्फ तीन गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है. साइंटिफिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट सीधे जिला स्तर पर ही करवाई जाएगी.