बिलासपुर: बिलासपुर के कोठीपुरा में निर्माणाधीन एम्स के समीप अवैध खनन के कारण गुरुवार को पहाड़ी दरक गई. पहाड़ी का मलबा सड़क पर आने से शिमला-हमीरपुर एनएच करीब तीन घंटे तक बाधित रहा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में अवैध खनन का गोरख धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है. जिसे रोकने के लिए शासन प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
बिलासपुर के कोठीपुरा में निर्माणाधीन एम्स के समीप गुरुवार की सुबह पहाड़ी दरकने से वहां से गुरजरने वाले वाहनों के लिए खतरा बढ़ गया है. क्षेत्र में तेज हवा के झोके से भूस्खलन हो रहा है. भारी मात्रा में सड़क पर मलबा गिरने से करीब तीन घंटे शिमला-हमीरपुर एनएच बाधित रहा. बार-बार हो रहे भूस्खलन के कारण वाहनों और लोगों को गुजरने में परेशानी उठानी पड़ी. घंटों की मशक्कत के बाद मौके पर जेसीबी की सहायता से मलबा हटा कर यातायात को बहाल किया गया.
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स्थानीय जनता का आरोप है कि राजनीतिक इशारे और प्रशासन की मिली भगत से क्षेत्र में लंबे अर्से से अवैध खनन का गोरख धंधा फल-फूल रहा है. लोग इस बाबत कई बार संबंधित विभाग के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं. इसके बाजवूद इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
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वहीं, दूसरी ओर खनन अधिकारी कुमारी बिंदिया का कहना है कि नियमानुसार खनन विभाग चेकिंग करता है. इस क्षेत्र में कोई अवैध खनन नहीं हो रहा है. चेकिंग के दौरान कुछ वाहनों के चालान जरूर किए गए हैं.