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केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र में मध्यम बारिश, पंजाब और हरियाणा में हल्कि बूंदाबांदी की संभावना

दिल्ली में गुरुवार को बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने से पारा सामान्य से तीन डिग्री नीचे 35.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने का अनुमान है. अगले 24 घंटों के दौरान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ उसी स्थान पर भारी बारिश हो सकती है. स्काईमेट वेदर के अनुसार पश्चिमी हिमालय, केरल, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.

WEATHER CONDITION IN INDIA
केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र में मध्यम बारिश, पंजाब और हरियाणा गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना
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Published : Apr 22, 2022, 7:25 AM IST

नई दिल्ली/श्रीनगर : दिल्ली में गुरुवार को बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने से पारा सामान्य से तीन डिग्री नीचे 35.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने का अनुमान है. बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह तक पारा फिर से बढ़कर 42 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा. स्काईमेट वेदर के अनुसार, लद्दाख और आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है. एक और पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से पर है. उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के ऊपर बने हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से बिहार, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश होते हुए मेघालय तक फैली हुई है. एक और ट्रफ छत्तीसगढ़ से लेकर तेलंगाना के दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है.

स्काईमेट वेदर के अनुसार, उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के कारण अगले 24 घंटों के दौरान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ उसी स्थान पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, केरल, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप और झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं.

कश्मीर में ऊंचाई वाले इलाकों में ओलावृष्टि, निचले इलाकों में बारिश : कश्मीर घाटी में ऊंचाई वाले कई स्थानों पर गुरुवार को ताजा ओलावृष्टि हुई जबकि निचले इलाकों में बारिश दर्ज की गई. जिससे लोगों को असामान्य रूप से बढ़े तापमान से राहत मिली. अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग, बांदीपोरा के गुरेज, कुपवाड़ा के माछिल और गांदरबल के सोनमर्ग सहित कई इलाकों में ताजा ओलावृष्टि हुई है. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर-लेह राजमार्ग के जोजिला और श्रीनंगर के ऊंचाई वाले इलाकों में भी ओलावृष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि दक्षिणी कश्मीर स्थित पुलवामा के कई इलाकों में ओलावृष्टि की खबर है. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी के मैदानी इलाकों में बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि घाटी में बर्फबारी और बारिश से तापमान में गिरावट आई है और लोगों को असामान्य रूप से अधिक तापमान से राहत मिली है. मौसम कार्यालय के मुताबिक घाटी में बादल छाए रहने के आसार हैं और शुक्रवार तक बारिश, तेज हवाएं चलने और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना हैं. विभाग ने बताया कि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है.

बारिश, आंधी से झुलसे ओडिशा को कुछ राहत मिलने की संभावना : ओडिशा में गुरुवार को कई जिलों में अधिकतम तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. इससे लोगों को को उमस भरे मौसम से कुछ राहत मिली. जबकि कम से कम 10 क्षेत्रों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक रहा. मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों की ओर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवा चलने के कारण शुक्रवार और शनिवार को कई जिलों में छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है. विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान में 2से 3 डिग्री की गिरावट आएगी. जिसके बाद रविवार से फिर से धीरे-धीरे तीन-चार डिग्री की वृद्धि होगी.

पढ़ें: महाराष्ट्र के विदर्भ में पारा 45 पार, उत्तर भारत में आज बारिश और आंधी की संभावना

दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम झारखंड के कुछ हिस्सों में चल रही है लू : पिछले 24 घंटों के दौरान, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अलग-अलग हल्की बारिश के साथ धूल भरी आंधी चली. गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम झारखंड के कुछ हिस्सों में लू चल रही है.ओडिशा के भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि पश्चिमी ओडिशा के सुबरनपुर और सुंदरगढ़ कस्बों (अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री) सहित चार मौसम केंद्रों में पारा 42 डिग्री या उससे अधिक तक पहुंच गया. एक बुलेटिन में कहा गया है कि भुवनेश्वर में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.8 डिग्री और कटक में 35.6 डिग्री दर्ज किया गया. मलकानगिरी में सुबह से गुरुवार शाम 5.30 बजे तक 26.2 मिमी की मध्यम बारिश हुई.

दिल्ली में अप्रैल में आठ बार भीषण गर्मी की स्थिति रही : राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अप्रैल में आठ बार भीषण गर्मी की स्थिति रही, वहीं 2010 में इस महीने में 11 दिन भीषण गर्मी की स्थिति रही थी. मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर लू की घोषणा की जाती है. आईएमडी के अनुसार, यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक रहता है, तो इसे गंभीर भीषण गर्मी घोषित किया जाता है.राष्ट्रीय राजधानी में 21 अप्रैल, 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. 29 अप्रैल, 1941 को महीने का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस था. मौसम विभाग ने पहले कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के आसपास के हिस्सों में अप्रैल में अधिक तीव्र और लगातार भीषण गर्मी की स्थिति रहने की संभावना है.

नई दिल्ली/श्रीनगर : दिल्ली में गुरुवार को बादल छाए रहने और तेज हवाएं चलने से पारा सामान्य से तीन डिग्री नीचे 35.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहने का अनुमान है. बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह तक पारा फिर से बढ़कर 42 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा. स्काईमेट वेदर के अनुसार, लद्दाख और आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है जो पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है. एक और पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से पर है. उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के ऊपर बने हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से बिहार, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश होते हुए मेघालय तक फैली हुई है. एक और ट्रफ छत्तीसगढ़ से लेकर तेलंगाना के दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है.

स्काईमेट वेदर के अनुसार, उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के कारण अगले 24 घंटों के दौरान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ उसी स्थान पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय, केरल, कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप और झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश संभव है. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं.

कश्मीर में ऊंचाई वाले इलाकों में ओलावृष्टि, निचले इलाकों में बारिश : कश्मीर घाटी में ऊंचाई वाले कई स्थानों पर गुरुवार को ताजा ओलावृष्टि हुई जबकि निचले इलाकों में बारिश दर्ज की गई. जिससे लोगों को असामान्य रूप से बढ़े तापमान से राहत मिली. अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग, बांदीपोरा के गुरेज, कुपवाड़ा के माछिल और गांदरबल के सोनमर्ग सहित कई इलाकों में ताजा ओलावृष्टि हुई है. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर-लेह राजमार्ग के जोजिला और श्रीनंगर के ऊंचाई वाले इलाकों में भी ओलावृष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि दक्षिणी कश्मीर स्थित पुलवामा के कई इलाकों में ओलावृष्टि की खबर है. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी के मैदानी इलाकों में बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि घाटी में बर्फबारी और बारिश से तापमान में गिरावट आई है और लोगों को असामान्य रूप से अधिक तापमान से राहत मिली है. मौसम कार्यालय के मुताबिक घाटी में बादल छाए रहने के आसार हैं और शुक्रवार तक बारिश, तेज हवाएं चलने और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना हैं. विभाग ने बताया कि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना बनी हुई है.

बारिश, आंधी से झुलसे ओडिशा को कुछ राहत मिलने की संभावना : ओडिशा में गुरुवार को कई जिलों में अधिकतम तापमान में कुछ डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. इससे लोगों को को उमस भरे मौसम से कुछ राहत मिली. जबकि कम से कम 10 क्षेत्रों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक रहा. मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों की ओर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवा चलने के कारण शुक्रवार और शनिवार को कई जिलों में छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है. विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान में 2से 3 डिग्री की गिरावट आएगी. जिसके बाद रविवार से फिर से धीरे-धीरे तीन-चार डिग्री की वृद्धि होगी.

पढ़ें: महाराष्ट्र के विदर्भ में पारा 45 पार, उत्तर भारत में आज बारिश और आंधी की संभावना

दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम झारखंड के कुछ हिस्सों में चल रही है लू : पिछले 24 घंटों के दौरान, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर में ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में अलग-अलग हल्की बारिश के साथ धूल भरी आंधी चली. गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिम झारखंड के कुछ हिस्सों में लू चल रही है.ओडिशा के भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि पश्चिमी ओडिशा के सुबरनपुर और सुंदरगढ़ कस्बों (अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री) सहित चार मौसम केंद्रों में पारा 42 डिग्री या उससे अधिक तक पहुंच गया. एक बुलेटिन में कहा गया है कि भुवनेश्वर में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.8 डिग्री और कटक में 35.6 डिग्री दर्ज किया गया. मलकानगिरी में सुबह से गुरुवार शाम 5.30 बजे तक 26.2 मिमी की मध्यम बारिश हुई.

दिल्ली में अप्रैल में आठ बार भीषण गर्मी की स्थिति रही : राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अप्रैल में आठ बार भीषण गर्मी की स्थिति रही, वहीं 2010 में इस महीने में 11 दिन भीषण गर्मी की स्थिति रही थी. मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर लू की घोषणा की जाती है. आईएमडी के अनुसार, यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक रहता है, तो इसे गंभीर भीषण गर्मी घोषित किया जाता है.राष्ट्रीय राजधानी में 21 अप्रैल, 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. 29 अप्रैल, 1941 को महीने का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस था. मौसम विभाग ने पहले कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के आसपास के हिस्सों में अप्रैल में अधिक तीव्र और लगातार भीषण गर्मी की स्थिति रहने की संभावना है.

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