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यमुनानगर: जगाधरी अस्पताल में बना निक्कू वार्ड, मिल रही प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधाएं

जगाधरी के सरकारी अस्पताल में सिक न्यू बॉर्न यूनिट की स्थापना की गई है, जिसमें 700 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक के बच्चों को एडमिट किया जाता है.

nikku ward free facility in jagdhari hosptal
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Published : Sep 19, 2019, 2:17 PM IST

यमुनानगर: जगाधरी का सिविल अस्पताल अन्य अस्पतालों के लिए एक मिसाल बनता जा रहा है. जगाधरी के सरकारी अस्पताल में सिक न्यू बॉर्न यूनिट की स्थापना की गई है. जिसमें 700 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक के बच्चों को एडमिट किया जाता है.

दी जा रही हैं फ्री सुविधाएं

इन बच्चों को दवाइयां सहित अन्य सभी सुविधाएं फ्री दी जाती हैं. इस अस्पताल में प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधा से लोग भी काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं. इस सरकारी अस्पताल के विशेष स्टाफ की निगरानी में इन बच्चों को हर तरह की सुविधा दी जाती है.

जगाधरी अस्पताल में बना निक्कू वार्ड, क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी जाने- चरखी दादरी: 11 पार्षदों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु, इस वजह से हैं परेशान

स्वस्थ बच्चे के लिए मां को दी जाती है ट्रेनिंग

इन बच्चों के मां को बच्चे का पालन पोषण कैसे हो, इसको लेकर भी ट्रेनिंग दी जाती है ताकि बच्चे घर जाने के बाद भी सुरक्षित रहे. गौरतलब है कि इस तरह की सुविधा अन्य प्राइवेट अस्पताल में 5000 रुपये तक की फीस है.

ये सुविधाएं दी जा रही हैं

महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दहिया का कहना है कि महीने में 100 से भी अधिक बच्चे आते हैं बच्चे उनके पास आते हैं जिनका वजन बहुत कम होता है. जो बच्चे प्रीमेच्योर पैदा होते हैं उनके लिए ही यह निक्कू वार्ड बनाए गए हैं.

सरकार उनकी देखरेख के लिए निशुल्क इलाज निशुल्क दवाई, बच्चों के लिए फ्री डायपर और बच्चों के लिए फीड का भी प्रबंध सरकार द्वारा किया जाता है. उन्होंने बताया कि अभी भी उनके पास 3 बच्चे ऐसे हैं जिनका वजन 700, 800 ग्राम तक है.

यमुनानगर: जगाधरी का सिविल अस्पताल अन्य अस्पतालों के लिए एक मिसाल बनता जा रहा है. जगाधरी के सरकारी अस्पताल में सिक न्यू बॉर्न यूनिट की स्थापना की गई है. जिसमें 700 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक के बच्चों को एडमिट किया जाता है.

दी जा रही हैं फ्री सुविधाएं

इन बच्चों को दवाइयां सहित अन्य सभी सुविधाएं फ्री दी जाती हैं. इस अस्पताल में प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधा से लोग भी काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं. इस सरकारी अस्पताल के विशेष स्टाफ की निगरानी में इन बच्चों को हर तरह की सुविधा दी जाती है.

जगाधरी अस्पताल में बना निक्कू वार्ड, क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी जाने- चरखी दादरी: 11 पार्षदों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु, इस वजह से हैं परेशान

स्वस्थ बच्चे के लिए मां को दी जाती है ट्रेनिंग

इन बच्चों के मां को बच्चे का पालन पोषण कैसे हो, इसको लेकर भी ट्रेनिंग दी जाती है ताकि बच्चे घर जाने के बाद भी सुरक्षित रहे. गौरतलब है कि इस तरह की सुविधा अन्य प्राइवेट अस्पताल में 5000 रुपये तक की फीस है.

ये सुविधाएं दी जा रही हैं

महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दहिया का कहना है कि महीने में 100 से भी अधिक बच्चे आते हैं बच्चे उनके पास आते हैं जिनका वजन बहुत कम होता है. जो बच्चे प्रीमेच्योर पैदा होते हैं उनके लिए ही यह निक्कू वार्ड बनाए गए हैं.

सरकार उनकी देखरेख के लिए निशुल्क इलाज निशुल्क दवाई, बच्चों के लिए फ्री डायपर और बच्चों के लिए फीड का भी प्रबंध सरकार द्वारा किया जाता है. उन्होंने बताया कि अभी भी उनके पास 3 बच्चे ऐसे हैं जिनका वजन 700, 800 ग्राम तक है.

Intro:एंकर कम वजन वाले व समय से पहले पैदा हुए बच्चों के रखरखाव के लिए यमुनानगर के जगाधरी का सिविल अस्पताल अन्य अस्पतालों से कहीं आगे हैं जगाधरी के सरकारी अस्पताल में सिक न्यू बॉर्न यूनिट की स्थापना की गई है जिसमें 700 ग्राम से लेकर 1 किलो ग्राम के बच्चे यहां दाखिल किए जाते हैं। इन बच्चों को दवाइयां सहित अन्य सभी सुविधाएं फ्री दी जाती हैं। प्राइवेट हॉस्पिटलों जैसी सुविधा इस निक्कू वार्ड में मिलने से लोग भी काफी संतुष्ट संतुष्ट नजर आ रहे हैं।Body:वीओ यमुनानगर के सरकारी अस्पताल के विशेष स्टाफ की निगरानी में इन बच्चों को जहां हर तरह की सुविधा दी जाती है वही घर में जाकर भी वह बच्चे सुरक्षित रहें इसके लिए उनके परिजनों को भी ट्रेनिंग दी जाती है।

वीओ लाभार्थी महिलाओं ने बताया कि वह अस्पताल के स्टाफ व इंतजाम से पूरी तरह संतुष्ट हैं क्योंकि वह बच्चे को कैसे पालन पोषण करना है कैसे फीड देनी है हर तरीके से उन्हें बारीकी से समझाते हैं।

बाइट लाभार्थी महिला

वीओ महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दहिया का कहना है कि महीने में 100 से भी अधिक बच्चे आते हैं बच्चे उनके पास आते हैं जिनका वजन बहुत कम होता है जब यह प्रीमेच्योर पैदा होते हैं उनके लिए ही यह निक्कू वार्ड बनाए गए हैं सरकार उनकी देखरेख के लिए निशुल्क इलाज निशुल्क दवाई और बच्चों के लिए फ्री डायपर और बच्चों के लिए फीड का भी प्रबंध सरकार द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि अभी भी उनके पास 3 बच्चे ऐसे हैं जिनका वजन 700, 800 ग्राम तक है।

बाईट महिला व बाल रोग विशेषज्ञConclusion:
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