चरखी दादरी: दादरी शहर में सीवर व्यवस्था ठप होने और पेयजल समस्या से परेशान 21 नगर पार्षदों में से 11 पार्षदों ने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम पत्र सौंपकर इच्छा मृत्यु मांगी है. पार्षदों ने लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन धरना शुरू करते हुए काली पट्टियां बांधकर रोष प्रदर्शन किया.
'समस्या का समाधान दो, नहीं तो करेंगे आत्मदाह'
पार्षदों ने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि एक सप्ताह के दौरान शहर में सीवर और पेयजल समस्या का स्थाई समाधान नहीं हुआ तो नगर पार्षद सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेंगे. इस दौरान पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान सहित अधिवक्ता और कई सामाजिक संगठनों ने पार्षदों की मांगों का समर्थन किया.
बता दें कि दादरी शहर में पिछले काफी समय से सीवर ठप्प पड़ा होने के चलते शहर की अधिकांश कॉलोनियों में हालात बद से बदतर हो चले हैं. अनेक स्थानों पर तो पेयजल सप्लाई में सीवर का पानी आने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
खट्टर सरकार नहीं चाहती क्षेत्र का विकास- सतपाल सांगवान
पूर्व मंत्री और कांग्रेसी नेता सतपाल सांगवान नगर पार्षदों के धरने को समर्थन देने पहुंचे. सांगवान ने कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार इस क्षेत्र का विकास ही नहीं करवाना चाहती है. दो साल से नगर के पार्षद सीवर और पेयजल समस्या के समाधान के लिए चक्कर काट रहे हैं. ऐसे में समाधान करने की बजाए जनता के साथ धोखा किया जा रहा है.
खाली पदों के चलते हुई समस्या, कार्रवाई ही समाधान- डीसी
डीसी धर्मबीर सिंह ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग में अधिकांश पद रिक्त हैं. जिसके चलते शहर में सीवर और पेयजल समस्या बनी हुई है. पदों को भरने के लिए सरकार को पत्र लिखा गया है. जल्द ही समस्या का स्थाई समाधान करवाया जाएगा.