सिरसा: जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने अपने चाचा और इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला पर गंभीर आरोप लगाया है. दिग्विजय चौटाला का कहना है कि जैसे-जैसे उपचुनाव में मतदान का समय नजदीक आ रहा है वैसे ही इनेलो प्रत्याशी जेजेपी के कार्यकर्ताओं को फोन के माध्यम से संपर्क कर उन्हें जबरन चाय पर आमंत्रित करने की बात कह रहे हैं और ना करने पर देख लेने की धमकी दे रहे हैं.
दिग्विजय चौटाला का कहना है कि कुछ ऐसी चीजें भी वायरल हो रही हैं कि वो टांगे तोड़ने और पिटवाने जैसी बातें भी कहकर अपना असली रंग दिखा रहे हैं. उन्होंने इनेलो प्रत्याशी से कहा कि वे किसी प्रकार की गलतफहमी में न रहें, क्योंकि अब हरियाणा में कानून का राज है और पूरी शांति के साथ ही व्यवस्था कायम रखी जाएगी. दिग्विजय सिंह चौटाला ने इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के स्टैंड पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का एक प्रतिनिधि तो कांग्रेस के पक्ष में मतदान का प्रचार करता नजर आता है तो दूसरा इनेलो प्रत्याशी के लिए और तीसरा खुद चुनाव मैदान में है.
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की परिभाषा को समझा जाए, तो सभी 43 किसान नेताओं की आवाज एक होनी चाहिए, लेकिन ऐलनाबाद उपचुनाव में ही किसान नेताओं की व्याख्या और स्वर बदले हुए नजर आए. उनका कहना है कि सभी किसान नेताओं की अपने अपने लाभ हैं और वे उसी के अनुरूप अपनी विचारधारा प्रकट करते हैं. जजपा नेता ने कहा कि गांव जमाल में हुए उपमुख्यमंत्री के विरोध के मामले में भी यह पाया गया कि विरोध करने वाला एक भी व्यक्ति गांव जमाल का नहीं था, बल्कि 90 फीसदी लोग इनेलो और उसके प्रायोजित थे.
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने तो संयुक्त किसान मोर्चा को आमंत्रित किया था कि वे उनके साथ दिल्ली चलें और प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से भी मिलकर ज्यादा से ज्यादा उनकी समस्या का समाधान करवाने में मदद करेंगे मगर कुछ किसान नेताओं ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के पास क्या आधार है? इस पर दिग्विजय चौटाला ने इन किसान नेताओं से सवाल किया कि जब उपमुख्यमंत्री के पास किसी प्रकार का आधार ही नहीं है तो फिर उनका विरोध क्यों?
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