रेवाड़ी: कोरोना के खतरे को देखते हुए प्रवासी मजदूरों के लिए शेल्टर होम बनाए गए हैं. मंडल आयुक्त ने प्रवासी नागरिकों के ठहरने के लिए जिले में बनाए गए शेल्टर होम का जायजा लिया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मंडल आयुक्त सागवान ने कहा कि रेवाड़ी जिला में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों और जरूरतमंद लोगों के रहने भोजन और सफाई की व्यवस्था के लिए प्रशासन और रेवाड़ी के लोगों मिलकर काम कर रहे हैं.
खाद्य सामग्री, भोजन और सफाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. बावल रेवाड़ी एरिया में बनाए गए शेल्टर होम का भी निरीक्षण किया. जरूरत के अनुसार फिलहाल जिला में 22 शेल्टर होम बनाए गए हैं. जिनमें लगभग 1500 नागरिक रह रहे हैं. प्रशासन को इस काम में रेवाड़ी के लोगों को सहयोग मिल रहा है. जिला के लोग संकट की इस घड़ी में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं.
श्रमिक और मजदूर संकट की इस घड़ी में घबराए नहीं. धैर्य और संयम बनाएं रखें. शासन-प्रशासन संकट की इस घड़ी में आपके साथ है. लॉकडाउन के दौरान आमजन को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी. प्रशासन श्रम विभाग की ओर से मजदूरों के रहने और खानपान से संबंधित सुविधाओं के लिए आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं और आगे भी जारी रहेंगे.
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कोरोना की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मूल मंत्र है. पूरे जिले में इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. शेल्टर होम के लिए कैंप मैनेजर नियुक्त किया गया है. कैंप मैनेजर शेल्टर होम में 24 घंटे मौजूद रहेगा. प्रशासन का प्रयास है कि महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था कर रहे हैं. प्रशासन बार-बार लोगों को दूर बैठने की हिदायत दे रहा है. एक कमरे में 12 लोग रुके हुए हैं.