पलवल: सराय गांव पलवल में एक सप्ताह पहले हुए गोलीकांड को लेकर पांच गांवों के सैकड़ों लोगों ने महापंचायत की. ग्रामीणों ने इस मामले में होड़ल डीएसपी नरेश कुमार से मिलकर न्याय की गुहार भी लगाई. वहीं डीएसपी नरेश कुमार ने भी ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि इस मामले में लिप्त किसी आरोपियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा. सराय खटेला गांव पलवल के पूर्व सरपंच आबिद हुसैन ने बताया कि 23 मई को गांव सराय में शकील, उसका पिता नवाब, बड़ा भाई वकील, मां अहमदी, बहन अरफीना और चाचा समसुद्दीन अपने खेत में काम कर रहे थे.
उस दौरान वहां कार सवार गांव के ही निवासी आस मोहम्मद, अहमद, फरीद, आमीन, उमर मोहम्मद और जफरु लाठी डंडे, फरसे और अवैध देसी कट्टे लेकर पहुंचे. कार से उतरते ही उन्होंने खेत में काम कर रहे शकील और उसके परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले के दौरान आमीन ने अपने हाथ में लिए हुए देसी कट्टे से वकील को जान से मारने की नियत से सीधी गोली मारी, गोली वकील के पेट में जाकर लगी. जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे आनन-फानन में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां उसका उपचार चल रहा है.
इस हमले में उसके परिवार के 5 सदस्य भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इस हमले के बाद सभी आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए. जिस संबंध में शकील की शिकायत पर मुंडकटी थाना पुलिस ने 6 नामजद लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. अब इस मामले में पुलिस ने दूसरे पक्ष की शिकायत पर पीड़ित पक्ष के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया है. जिसको लेकर गांव के लोगों में काफी रोष है. इसी को लेकर वीरवार को पलवल में 5 गांव के ग्रामीणों ने महापंचायत की और होड़ल डीएसपी नरेश कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है.
वही इस मामले में होडल डीएसपी नरेश कुमार का कहना है कि एक सप्ताह पूर्व गांव सराय में दो पक्षों में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था. मामले में पहले नवाब पक्ष की तरह से मिली शिकायत के आधार पर छह नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था और बाद में दूसरे पक्ष की तरफ से मिली शिकायत पर भी नवाब पक्ष के खिलाफ केस दर्ज किया गया. अब इस मामले में पांच गांवों के ग्रामीणों ने उनसे मुलाकात की है. जिन्हें उनकी तरफ से आश्वासन दिया गया है कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है. जांच में जो भी तथ्य पुलिस के हाथ लगते हैं. उसी आधार पर आगामी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. मामले में लिप्त किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.