नूंहः राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में इसी साल जनवरी महीने में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है. हद तो है कि इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई.
सुरक्षाकर्मियों की प्रशासन को चेतावनी
सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अगले दो-चार दिन में एसआईएस कंपनी ने उनका वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है.
ईद के त्यौहार पर मुंह ताक रहे हैं बच्चे !
बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं. जिसका ठेका एसआईएस कंपनी के पास है. गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गार्डों को वेतन मिल जाता है तो वो पूरा नहीं मिलता. उनका कहना है कि ईद के त्योहार के चलते पूरे परिवार को उन्हीं से आस है ऐसे में अगर उन्हें समय पर वेतन नहीं मिला तो उनका ईद का त्योहार कहीं फीका ना पड़ जाए.
कंपनी पर लगे हैं रिश्वत के आरोप
इसके अलावा इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है. जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिलीभगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है.
जल्द ही गार्डों को मिलेगा उनका वेतन- कंपनी अधिकारी
वहीं जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था. जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्द ही दे दिया जाएगा.