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नूंहः 5 महीने से गार्डों को नहीं मिला वेतन, कैसे मनेगी ईद ?

नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में सिक्योरिटी गार्ड का टेंडर लेने वाली एसआईएस कंपनी सुरक्षा गार्डों को वेतन के नाम पर पिछले करीब 5 महीने से ठेंगा दिखा रही है. सिक्योरिटी गार्ड्स का आरोप है कि अगले महीने ईद है और पिछले 5-6 महीनों से उनका वेतन अटका हुआ है.

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Published : May 29, 2019, 8:34 PM IST

सुरक्षाकर्मियों को महीनों से नहीं मिला वेतन

नूंहः राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में इसी साल जनवरी महीने में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है. हद तो है कि इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई.

सुरक्षाकर्मियों की प्रशासन को चेतावनी
सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अगले दो-चार दिन में एसआईएस कंपनी ने उनका वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है.

सुरक्षाकर्मियों को महीनों से नहीं मिला वेतन

ईद के त्यौहार पर मुंह ताक रहे हैं बच्चे !
बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं. जिसका ठेका एसआईएस कंपनी के पास है. गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गार्डों को वेतन मिल जाता है तो वो पूरा नहीं मिलता. उनका कहना है कि ईद के त्योहार के चलते पूरे परिवार को उन्हीं से आस है ऐसे में अगर उन्हें समय पर वेतन नहीं मिला तो उनका ईद का त्योहार कहीं फीका ना पड़ जाए.

कंपनी पर लगे हैं रिश्वत के आरोप
इसके अलावा इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है. जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिलीभगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है.

जल्द ही गार्डों को मिलेगा उनका वेतन- कंपनी अधिकारी
वहीं जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था. जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्द ही दे दिया जाएगा.

नूंहः राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में इसी साल जनवरी महीने में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है. हद तो है कि इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई.

सुरक्षाकर्मियों की प्रशासन को चेतावनी
सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अगले दो-चार दिन में एसआईएस कंपनी ने उनका वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है.

सुरक्षाकर्मियों को महीनों से नहीं मिला वेतन

ईद के त्यौहार पर मुंह ताक रहे हैं बच्चे !
बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं. जिसका ठेका एसआईएस कंपनी के पास है. गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गार्डों को वेतन मिल जाता है तो वो पूरा नहीं मिलता. उनका कहना है कि ईद के त्योहार के चलते पूरे परिवार को उन्हीं से आस है ऐसे में अगर उन्हें समय पर वेतन नहीं मिला तो उनका ईद का त्योहार कहीं फीका ना पड़ जाए.

कंपनी पर लगे हैं रिश्वत के आरोप
इसके अलावा इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है. जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिलीभगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है.

जल्द ही गार्डों को मिलेगा उनका वेतन- कंपनी अधिकारी
वहीं जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था. जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्द ही दे दिया जाएगा.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- पांच माह से नहीं मिला वेतन , साहब कैसे मनेगी ईद

राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड में सिक्योरिटी गार्ड का टेंडर लेने वाली एसआईएस कंपनी सुरक्षा गार्डों को वेतन के नाम पर पिछले करीब 5 महीने से ठेंगा दिखा रही है। ऐसे में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे युवाओं का ईद का पर्व ही सैलरी नहीं मिलने के चलते इस बार फीका रह सकता है। नल्हड मेडिकल कॉलेज में इसी साल जनवरी माह में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है। हद तो तब हो गई जब इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई। सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं, और अगर अगले दो-चार दिनों में एसआईएस कंपनी ने इन सुरक्षा गार्डों का वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है। बेरोजगार युवाओं का गुस्सा चरम पर है। कॉलेज की निदेशक डॉक्टर यामिनी से लेकर एसआईएस कंपनी के उच्चाधिकारियों तक लगातार ये युवा सैलरी की मांग उठा रहे हैं,लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। जिसका ठेका एसआईएस कंपनी को मिला हुआ है। गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गॉर्डों को वेतन मिल जाता है , तो वह पूरा नहीं मिलता। कुल मिलाकर नियमों को ताक पर रखकर एसआईएस कंपनी मेडिकल कॉलेज में टेंडर चला रही है। इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है। जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिली भगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है। जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था। जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्दी ही दे दिया जाएगा। कुल मिलाकर अब देखना यह है कि सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे जवानों के परिवार में सैलरी मिलने की खुशी ईद के मौके पर देखने को मिलती है या फिर एसआईएस कंपनी उन्हें त्यौहार के मौके पर भी सैलरी नहीं दे पाती है। कुल मिलाकर कंपनी का टेरर इतना है कि जो सुरक्षा गार्ड अपनी बात को मीडिया या अन्य माध्यम से उठाता है , तो उसकी नौकरी पर तलवार लटक जाती है।

बाइट;- जितेंदर असाइनमेंट मैनेजर एसआईएस कंपनी
बाइट;- सद्दाम सुरक्षा गार्ड
बाइट;- फकरु सुरक्षा गार्ड
बाइट;- सोहराब सुरक्षा गार्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- पांच माह से नहीं मिला वेतन , साहब कैसे मनेगी ईद

राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड में सिक्योरिटी गार्ड का टेंडर लेने वाली एसआईएस कंपनी सुरक्षा गार्डों को वेतन के नाम पर पिछले करीब 5 महीने से ठेंगा दिखा रही है। ऐसे में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे युवाओं का ईद का पर्व ही सैलरी नहीं मिलने के चलते इस बार फीका रह सकता है। नल्हड मेडिकल कॉलेज में इसी साल जनवरी माह में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है। हद तो तब हो गई जब इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई। सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं, और अगर अगले दो-चार दिनों में एसआईएस कंपनी ने इन सुरक्षा गार्डों का वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है। बेरोजगार युवाओं का गुस्सा चरम पर है। कॉलेज की निदेशक डॉक्टर यामिनी से लेकर एसआईएस कंपनी के उच्चाधिकारियों तक लगातार ये युवा सैलरी की मांग उठा रहे हैं,लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। जिसका ठेका एसआईएस कंपनी को मिला हुआ है। गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गॉर्डों को वेतन मिल जाता है , तो वह पूरा नहीं मिलता। कुल मिलाकर नियमों को ताक पर रखकर एसआईएस कंपनी मेडिकल कॉलेज में टेंडर चला रही है। इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है। जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिली भगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है। जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था। जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्दी ही दे दिया जाएगा। कुल मिलाकर अब देखना यह है कि सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे जवानों के परिवार में सैलरी मिलने की खुशी ईद के मौके पर देखने को मिलती है या फिर एसआईएस कंपनी उन्हें त्यौहार के मौके पर भी सैलरी नहीं दे पाती है। कुल मिलाकर कंपनी का टेरर इतना है कि जो सुरक्षा गार्ड अपनी बात को मीडिया या अन्य माध्यम से उठाता है , तो उसकी नौकरी पर तलवार लटक जाती है।

बाइट;- जितेंदर असाइनमेंट मैनेजर एसआईएस कंपनी
बाइट;- सद्दाम सुरक्षा गार्ड
बाइट;- फकरु सुरक्षा गार्ड
बाइट;- सोहराब सुरक्षा गार्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात

स्टोरी ;- पांच माह से नहीं मिला वेतन , साहब कैसे मनेगी ईद

राजकीय शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज नल्हड में सिक्योरिटी गार्ड का टेंडर लेने वाली एसआईएस कंपनी सुरक्षा गार्डों को वेतन के नाम पर पिछले करीब 5 महीने से ठेंगा दिखा रही है। ऐसे में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे युवाओं का ईद का पर्व ही सैलरी नहीं मिलने के चलते इस बार फीका रह सकता है। नल्हड मेडिकल कॉलेज में इसी साल जनवरी माह में भर्ती हुए करीब 65 लड़कों को पिछले 5 महीने से एसआईएस कंपनी ने वेतन नहीं दिया है। हद तो तब हो गई जब इन सुरक्षा गार्डों में से अधिकतर युवाओं से नौकरी के समय 30 से 35000 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई। सुरक्षा गार्ड वेतन न मिलने के चलते लगातार बैठक कर रहे हैं, और अगर अगले दो-चार दिनों में एसआईएस कंपनी ने इन सुरक्षा गार्डों का वेतन नहीं दिया तो किसी दिन भी कोई बड़ी अनहोनी मेडिकल कॉलेज में हो सकती है। बेरोजगार युवाओं का गुस्सा चरम पर है। कॉलेज की निदेशक डॉक्टर यामिनी से लेकर एसआईएस कंपनी के उच्चाधिकारियों तक लगातार ये युवा सैलरी की मांग उठा रहे हैं,लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
आपको बता दें कि मेडिकल कॉलेज नल्हड में करीब 400 सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। जिसका ठेका एसआईएस कंपनी को मिला हुआ है। गार्डों का आरोप है कि कंपनी या तो वेतन देती ही नहीं है अगर कुछ गॉर्डों को वेतन मिल जाता है , तो वह पूरा नहीं मिलता। कुल मिलाकर नियमों को ताक पर रखकर एसआईएस कंपनी मेडिकल कॉलेज में टेंडर चला रही है। इस कंपनी पर सुरक्षा गार्डों से नौकरी के नाम पर लेनदेन का मुकदमा भी थाने में दर्ज हो चुका है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में आज तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की है। जिससे कंपनी के अधिकारियों के साथ- साथ उनसे मिली भगत करने वाले दलालों का भी हौसला बुलंद है। जब इस बारे में कंपनी के अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने माना कि लोकसभा चुनाव की वजह से खाते में कट लग गया था। जिसकी वजह से सुरक्षा गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में जिन 65 सुरक्षा गार्डों को 5 महीने का वेतन नहीं मिला है और जो तकरीबन 350 के करीब सुरक्षा गार्ड बचे हैं ,उनको भी फरवरी के बाद का वेतन जल्दी ही दे दिया जाएगा। कुल मिलाकर अब देखना यह है कि सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे जवानों के परिवार में सैलरी मिलने की खुशी ईद के मौके पर देखने को मिलती है या फिर एसआईएस कंपनी उन्हें त्यौहार के मौके पर भी सैलरी नहीं दे पाती है। कुल मिलाकर कंपनी का टेरर इतना है कि जो सुरक्षा गार्ड अपनी बात को मीडिया या अन्य माध्यम से उठाता है , तो उसकी नौकरी पर तलवार लटक जाती है।

बाइट;- जितेंदर असाइनमेंट मैनेजर एसआईएस कंपनी
बाइट;- सद्दाम सुरक्षा गार्ड
बाइट;- फकरु सुरक्षा गार्ड
बाइट;- सोहराब सुरक्षा गार्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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