नूंह : जिले के पिनगवां कस्बे में बनाया गया खंड स्तरीय स्टेडियम सुविधाओं के अभाव में बदहाल हो गया है. करीब सात एकड़ जमीन पर बना इस स्टेडियम को लेकर पूर्व सरकार द्वारा बड़े-बड़े दावे किए गए लेकिन मेवात जिले के खेल विभाग ने स्टाफ की कमी के चलते इस स्टेडियम को इसके हाल पर छोड़ दिया.
खंडहर में तब्दील हो चुका है स्टेडियम का भवन
लाखों रुपये की लागत से बनाया गया यह स्टेडियम देखरेख के आभाव में जर्जर हो चुका है. गौरतलब यह है कि जिले में बने करीब पांच स्टेडियम उद्घाटन होने से पहले ही खंडहर में तब्दील हो गए. स्टेडियम में उबड़-खाबड़ जमीन, बड़ी-बड़ी जंगली घास और स्टेडियम के मुख्य भवन में पड़े दरार इस स्टेडियम के बदहाली के सुबुत दे रहे हैं.
इसे भी पढे़ं: गुरुग्राम: जर्जर एस्ट्रो टर्फ कर रहा खिलाड़ियों को चोटिल, ऐसे कैसे लाएंगे गोल्ड ?
सुविधा नहीं होने से खिलाड़ी खो रहे हैं अपनी पहचान
क्रिकेट खिलाड़ी आसिफ खान बताते हैं कि सुविधा नहीं होने की वजह से जिले के खिलाड़ी अपनी पहचान खोते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी खेल प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए इन स्टेडियमों का निर्माण कराया था. लेकिन मेवात जिले के खेल विभाग ने इन स्टेडियमों की तरफ झांकने की भी जहमत नहीं उठाई. जिसके कारण ये स्टेडियम आज बदहाल अवस्था में हैं. उन्होंने कहा कि जिस राज्य के खिलाड़ी पूरे विश्व में अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. ओलंपिक में मेडल जीतकर देश और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं. उस राज्य में खेलों को लेकर इतनी उदासीनता काफी शर्मसार करने वाला है.