नूंह : हरियाणा के नूंह में डेंगू ने अपनी दस्तक दे दी है. नूंह खंड छपेड़ा गांव में (Nuh Khand Chhapeda Village) दो डेंगू के केस मिले हैं. बुखार से पीड़ित एक व्यक्ति का इलाज फरीदाबाद में चल रहा है. सेंपल लेने पर मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग नूंह ने छपेड़ा गांव से कुछ और सेंपल लिए. जांच करने पर स्वास्थ्य विभाग नूंह (Health Department Nuh) को एक और डेंगू का केस मिला है. कुल मिलाकर छपेड़ा गांव में डेंगू के 2 केस सामने आए हैं. राहत की खबर यह है कि विभाग ने अब तक तकरीबन 3 सौ से 4 सौ तक सैंपल डेंगू के लिए हैं, जिसमें सिर्फ एक ही गांव में दो केस सामने आए हैं.
डेंगू के क्या हैं लक्षण : डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. विक्रम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में सैकड़ों सैंपल लिए हैं. लेकिन छपेड़ा गांव के दो लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है. डेंगू के लक्षण (symptoms of dengue) के बारे में उन्होंने बताया कि डेंगू होने पर जोड़ों में दर्द के अलावा शरीर पर कई बार लाल निशान बन जाते हैं, सिर में दर्द होता है, अकड़न यह इसके लक्षण है.
कैसे फैलता है डेंगू का बुखार : (How does dengue fever spread) बुखार होने पर रोगी को अपनी जांच नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अवश्य करा लेनी चाहिए. डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम ने बताया कि बरसात के सीजन में गमले, कूलर, टायर इत्यादि जगहों में पानी जमा हो जाता है. उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही पनपता है. यह मच्छर तकरीबन 4 सौ मीटर फ्लाई कर सकता है. इसलिए केस पाए जाने पर तकरीबन 400 मीटर दूरी तक सेंपल स्वास्थ्य विभाग की ओर से लिए जाते हैं.
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. विक्रम ने बताया कि बीते साल की तुलना में इस बार बहुत कम केस सामने आ रहे हैं. पिछले साल 519 से अधिक केस डेंगू के नूंह जिले में सामने आए थे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जिले के आमजन से अपील की है कि फ्रिज की ट्रे, कूलर, गमला, टायर या ऐसी कोई जगह जहां साफ पानी जमा होता है, उसको हर सप्ताह अवश्य साफ कर लें नहीं तो डेंगू का डंक आपकी तबीयत बिगाड़ सकता है.
कुल मिलाकर जिले के लोगों को अब इससे सावधान रहना होगा और अपना बचाव करना होगा. सबसे खास बात यह है कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है. डेंगू जानलेवा बुखार है, इसलिए इससे सावधान रहना अत्यंत आवश्यक है.