करनाल: एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने हैफेड के तीन अधिकारियों को तरावड़ी से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. हैफेड के मैनेजर प्रदीप, अकाउंटेंट अजय और मैनेजर धर्मवीर को करीब साढ़े चार लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया था. इनकी कार से करीब आठ लाख रुपये बरामद किए गए थे. तीनों से कुल मिलाकर साढ़े 12 लाख रुपये बरामद हुए थे.
इस मामले में अब नया मोड़ ये आया है कि जब एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने जीएम प्रदीप कुमार के पंचकूला आवास पर रेड की, तो वहां से 72 लाख लाख रुपये कैश बरामद हुआ. एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि तीनों को तरावड़ी से गिरफ्तार कर लिया गया था. शनिवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया है. जहां से अकाउंटेंट अजय और मैनेजर धर्मवीर को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया.
वहीं जीएम प्रदीप के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीन दिन की रिमांड अदालत से मांगी, लेकिन अदालत की तरफ से प्रदीप को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. शनिवार को प्रदीप के पंचकूला स्थित आवास पर रेड की गई, तो वहां से एक बहुत ही मोटी रकम 72 लाख रुपये कैश बरामद हुए, रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी.
उनसे ये जानकारी जुटानी अभी बाकी है कि उन्होंने ये पैसा किन लोगों से लिया है, और इस मामले में उनके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं. आपको बता दें कि हैफेड के इन तीन बड़े अधिकारियों के द्वारा उनके गोदाम में जो ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं. उनकी शिकायत के आधार पर ही उनको गिरफ्तार किया गया था. ट्रांसपोर्टर का 36 लाख रुपये का बिल था.
जिसको पास करने की एवज में वो मोटे पैसों के डिमांड कर रहे थे. सभी की जानकारी पीड़ित ट्रांसपोर्टर के द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को दी गई थी. जिन्होंने एक प्लान बनाकर इन लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया. इस मामले में और भी बड़े अधिकारियों के शामिल होने की खबर है. जिसके लिए आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है और रिमांड के दौरान उनसे गहनता से पूछताछ की जाएगी.