करनाल: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर हो रहा किसान आंदोलन नई ऊर्जा के साथ बढ़ता जा रहा है. बता दें कि गेहूं की कटाई के बाद एक बार फिर से किसानों के जत्थों का दिल्ली की ओर कूच करने का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी सिलसिले के चलते भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह और प्रदेशाध्यक्ष रतनमान के दिशा निर्देशों में युवा किसानों के जत्थे ने दिल्ली धरने की ओर कूच किया.
बता दें कि किसानों के जत्थे का नेतृत्व अंबाला के गांव दुराली के युवा किसान नेता हरप्रीत सिंह दुराली कर रहे थे. इस आंदोलनकारी युवा किसानों के जत्थे में अंबाला और कुरुक्षेत्र जिला के युवा किसान शामिल थे. भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने किसानों के जत्थे का करनाल में अभिनंदन करते हुए हौसला बढ़ाया.
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भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने जत्थे में शामिल युवा किसानों की अगुवाई करते हुए किसान आंदोलन को मजबूत करने का आह्वान किया. आंदोलनकारी युवा किसानों में जोश भरते हुए किसान नेता रतनमान ने कहा कि कभी भी युवाओं की भागीदारी के बिना कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकता है. क्योंकि युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होता है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के सफल होने तक इसी प्रकार युवाओं का जोश बदस्तूर बना रहना चाहिए.
युवा किसान नेता हरप्रीत दुराली ने कहा कि इसी प्रकार युवा किसानों का दिल्ली कूच जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि यह जत्था सिंघु और गाजीपुर बार्डर पर जाएगा. बता दें कि इस जत्थे में काफी संख्या में किसान शामिल थे.
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