कैथल: हरियाणा गवर्नमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिक कर्मचारी यूनियन ने आज अपनी मांगों के समर्थन में लघु सचिवालय में एकत्र होकर प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में जमकर नारेबजी की. प्रदर्शन के बाद पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा.
इस संबंध में कर्मचारी नेताओं ने बताया कि उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कई बार सीएम और मुख्य सचिव को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कर्मचारियों ने सीएम मनोहर लाल से भी मुलाकात की. जिसमें उन्होंने कहा था कि वो उनकी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करेंगे, लेकिन आज तक उनकी मांगों को नहीं माना गया. जिसके विरोध में उन्होंने ये प्रदर्शन किया.
ये हैं कर्मचारियों की मुख्य मांगें
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में पेयजल व सीवरेज के कार्यों को नगर निगम हस्तांतरित किया जा रहा है. उसपर स्थायी रोक लगाना, जो स्कीमें नगर निगम एवं पंचायती की ली गई हैं उन्हें वापस विभाग में लाना, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के तीनों विभागों के सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को नीति बनाकर पक्का करना, व पक्का होने तक समान काम समान वेतन जारी करना. श्रम विभाग द्वारा जारी दी जाने वाली तमाम प्रकार की सुविधाओं का लाभ ईपीएफ, ईएसआई आदि देना.
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पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने कहा कि 30 जनवरी को संगठन की राज्य परिषद की मीटिंग में फैसला लिया गया है कि अगर समय रहते उनकी मांगों का हल नहीं निकाला गया. तो वे मजबूरन 14 मार्च को करनाल में राज्यस्तरीय रैली करके मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच करेंगे.
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