झज्जर: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और हरियाणा सह-प्रभारी सुशील गुप्ता रविवार को झज्जर के बेरी हलके में विभिन्न गांव का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सोनीपत में हुई जहरीली शराब से मौतों पर सरकार को संदेह के कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि कितनी हैरत की बात है कि 15 दिन बीतने के बाद भी सरकार आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है. वहीं दुष्कर्म और बदमाशों की सुरक्षा में हमेशा खड़ी नजर आती है.
उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन अपराधियों को पकड़ कर अपराध पर लगाम लगाने के बजाय उन्हें छुड़वाने के लिए अधिक मुस्तैद है. सोनीपत में जहरीली शराब पीने से दो सप्ताह के भीतर ही 45-50 लोगों की मौत हुई है, जबकि 15 से अधिक लोग जीवन व मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. यहीं नहीं मरने वालो में अकेले सोनीपत से 36 तो 8 पानीपत जिले से हैं.
काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ खड़ी है 'आप'
उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी तो मिली ही नहीं, बल्कि बिक चुकी फसल का पैसा भी आज तक बकाया है. उसके लिए किसानों को बैंको और खरीदारों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. गुप्ता के अनुसार आम आदमी पार्टी किसान विरोधी काले कानून का जोरदार विरोध करती आ रही है. इसके विरोध में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटृर के करनाल स्थित आवास का भी आप पार्टी कार्यकर्ताओं ने घेराव किया है.
किसानों पर सरकार कर रही 302 के मुकदमें दायर
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जो काले कानून किसानों के लिए बनाए हैं. उनका पूरे देश में विरोध हो रहा है. ये काले कानून किसानों, आढ़तियों और मजदूरों के लिए सीधे-सीधे मौत का फरमान है. तीनों काले कानूनों के खिलाफ विरोध करने पर सरकार पीपली में किसानों पर लाठी चार्ज, तो सिरसा में आंसू गैस के गोले दागती है. वहीं खटृर सरकार विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों पर 302 के मुकदमें तक दायर करती है.
सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा और दिल्ली में प्रदूषण से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पुसा अनुसंधान केंद्र द्वारा निर्मित प्रणाली को खाद में बदलने वाले घोल को अपनाकर दिल्ली को प्रदूषण से राहत दिलाने का काम किया है.
इस घोल को छिड़कने पर 20 दिनों के भीतर खेत में पड़ी पराली खाद में तब्दील हो जाती है. इसलिए वो हरियाणा सरकार से अनुरोध करते हैं कि पूसा अनुसंधान केंद्र से इस घोल को खरीदे और अपने किसानों को मुफ्त में दे, ताकि पराली जलाने की समस्याएं खत्म हो जाए.
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