हिसार: लॉकडाउन में शराब की चेकिंग करने पिरावाली गांव में गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. हमले में पुलिस सहित ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार विनय कुमार की गाड़ी के शीशे टूट गए. इसके अलावा सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण सहित महिला सिपाही मनजीत, पूनम और एसपीओ लीलू राम घायल हो गए. हमले के बाद पुलिस ने पूरी रात गांव में हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया और कई लोगों को हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने पकड़ी लाहन
पुलिस ने गुरुवार को भी गांव और पिरावाली बीड़ में सघन चेकिंग अभियान चलाया. जहां उनको कच्ची शराब बनाने का भारी मात्रा में लाहन मिला है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव में छापेमारी की थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि पिरावाली गांव में ग्रामीणों की तरफ से कच्ची शराब बनाई जा रही है.
गौरतलब है कि सूचना पाकर सदर थाना प्रभारी विक्रांत सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम छापेमारी के लिए निकली. टीम ने गांव में दो तरफ से एंट्री की, लेकिन ग्रामीणों ने तुरंत गाड़ियों पर पथराव करना शुरू कर दिया. पथराव के कारण कई गाड़ियों के शीशे टूट गए. वहीं पुलिस कर्मचारी घायल हो गए.
पुलिस टीम ने तुरंत गाड़ियां वापस ली और कुछ समय बाद सीआईए के इंचार्ज बृजेंद्र सिंह टीमें पुलिस बल के साथ गांव पिरावाली पहुंची. गांव में तलाशी अभियान चलाया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं लगभग 70 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया.
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वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस कर्मचारी बुधवार रात को सादी वर्दी में थे. गांव में एक साथ इतने लोगों का आना और किसी के घर में घुसना गलत था, जिसका उनकी तरफ से विरोध किया गया. उनको पता होता कि पुलिस है तो ऐसा नहीं होता. पुलिस का आते ही धमकी देना और शराब की भट्टी के बारे में पूछना गलत है. ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध जताते हुए पकड़े गए युवाओं को छोड़ने की मांग की है.