चरखी दादरीः जिले के बाढड़ा ब्लाक स्थित द्वारका गांव की रहने वाली जल संरक्षण दूत मिनी देवी लंबे समय से इलाके में जल संरक्षण के क्षेत्र में काम रही है. इनके काम की चर्चाएं हरियाणा के साथ-साथ पड़ोसी राजस्थान के कई इलाके में है. अब केंद्र सरकार की ओर से आगामी 26 जनवरी को नई दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 'जल योद्धा' के रूप में मिनी को आमंत्रण मिला है. 'जल योद्धा' मिनी अब वहां से देश-दुनिया में लोगों को जल संरक्षण का संदेश देंगी.
कौन है मिनीः चरखी दादरी जिले के बाढड़ा ब्लाक के द्वारका गांव की रहने वाली मिनी एक सामान्य महिला है. वो एमए के साथ बीएड कर चुकी हैं. बाढड़ा ब्लॉक का जलस्तर काफी नीचे होने के कारण भू-गर्भ जल की उपलब्धता के मामले में डार्क जोन (ड्राई जोन) में आता है. अपने घरेलू काम-काज के साथ 2019 में वो अटल भूजल योजना से जुड़ी. इसके बाद से इलाके में जल संरक्षण, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, घरों और खेती में कम से कम पानी की खपत कर बेहतर खेती की तकनीक पर आम लोगों, गृहणियों और किसानों को जल संकट की गंभीरता के बारे में लगातार जागरूक कर रही हैं.
आज भी जारी है जल संरक्षण अभियानः बता दें मिनी देवी का गांव द्वारका समेत पूरा क्षेत्र डार्क जोन में था. वहां भू-गर्भ का जलस्तर करीब 400 फीट नीचे चला गया था. गांव में पानी की किल्लत झेलने के बाद मिनी भूजल योजना से जुड़ीं और पानी बचाने का जुनून इस कदर सवार हो गया कि आज पूरे देश में उनकी चर्चाएं हैं. मिनी सुबह जल्दी ही चूल्हा चौका कर लोगों के घर पहुंचकर महिलाओं की चौपाल में पानी का महत्व बताते हुए पानी बचाने का आह्वान कर रही हैं.
गांवों में वर्षा जल मापी यंत्र लगाया गयाः मिनी देवी ने बताया कि अटल भूजल योजना के तहत अधिकारियों के साथ गांव-गांव जाकर जल संरक्षण के लिए कई गांवों में जलस्तर संकेतक बोर्ड लगवाये हैं. उनका अभियान अभी भी लगातार जारी है. वहीं उन्होंने गांवों में वर्षा जल मापी यंत्र भी लगवाए हैं.
भूमिगत जल स्तर में सुधारः मिनी देवी के जागरूकता अभियान के दौरान धीरे-धीरे गांवों में भूमिगत जल स्तर में सुधार होने लगा. दो साल पहले द्वारका समेत पूरे बाढड़ा क्षेत्र को प्रशासन ने ड्राई जोन से बाहर कर दिया है. इन कार्यों को देखते हुए मिनी को केंद्र सरकार ने जल योद्धा की संज्ञा दी है. इनका चयन 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के लिए किया गया है.
पिछड़े ब्लॉक में आता है मिनी का गांवः बता दें कि मिनी का गांव द्वारका प्रदेश के ऐसे ब्लॉक में स्थित है जो नीति आयोग की रिपोर्ट में पिछड़ी श्रेणी में शामिल है. इस क्षेत्र में भूमिगत जलस्तर काफी नीचे था, जिसमें काफी सुधार हुआ है. मिनी ने इस क्षेत्र में मेहनत और लगन से जागरूकता कार्यक्रम चलाए ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए पेयजल का संकट न हो. मिनी बताती हैं कि अभी ही पानी पाताल में पहुंच गया है और हमारी पीढ़ी ने भी पानी नहीं बचाया तो आने वाली पीढ़ी को पीने के लिए पानी कहां से मिलेगा. जल की एक भी बूंद बेकार नहीं जानी चाहिए.