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फैक्ट्रियों में छोड़ा जा रहा केमिकल युक्त पानी फरीदाबादवासियों के लिए बना जहर, यमुना में भी बढ़ा प्रदूषण

दिल्ली सरकार ने साल 2025 तक यमुना नदी के पानी को नहाने लायक बनाने का वादा किया है. लेकिन यमुना नदी के ताजा हालात बेहद खराब स्थिति में देखे जा सकते हैं. पिछले 5 सालों में नदी में (Yamuna river pollution level increase) प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ चुका है.

Faridabad Budhiya Nala
फरीदाबाद बुढ़िया नाला
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Published : Jan 7, 2023, 9:29 PM IST

फैक्ट्रियों में छोड़ा जा रहा केमिकल युक्त पानी फरीदाबादवासियों के लिए बना जहर, यमुना में भी बढ़ा प्रदूषण

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में शहर (pollution in Faridabad) का सबसे बड़ा और सबसे पुराना नाला जिसे लोग बुढ़िया नाले के नाम से जानते हैं. ये नाला इन दिनों यमुना नदी और गुरुग्राम आगरा नदी को दूषित कर रहा है. जिसका मुख्य कारण है बुढ़िया नाले के किनारे चल रहे पांच सौ से ज्यादा अवैध फैक्ट्रियों से (Faridabad illegal factories) निकलने वाला गंदा पानी, जी हां बुढ़िया नाले के किनारे दोनों तरफ लगभग 2 किलोमीटर के अंदर 500 के करीब फैक्ट्री है. जिसमें कुछ कपड़े ड्राइन्ग करने की फैक्ट्री है. इस वजह से गंदा और दूषित पानी बुढ़िया नाले में छोड़ा जा रहा है.

वही पानी बुढ़िया नाले से होते हुए आगरा कैनाल नहर और यमुना नदी में जा रहा है. जिसको लेकर यमुना नदी दूषित हो रहा है.हालांकि यह फैक्ट्रियां अवैध रूप से चलाई जा रही है. जिसको लेकर डीसी विक्रम सिंह ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और संबंधित विभाग को आदेश भी दिया है कि जो भी अवैध तरीके से फैक्ट्री (Faridabad illegal factories) चलाई जा रही है. उस पर कार्रवाई करें इसके अलावा जिन फैक्ट्रियों का गंदा पानी और कैमिकल बुढ़िया नाले में छोड़ रहा है. वैसी कंपनियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें.

Faridabad illegal factories
फरीदाबाद अवैध फैक्ट्री

हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दावा है कि किसी आदेश के बाद से जो भी अवैध तरीके से फैक्टरियां चल रही है. उसकी पहचान करना शुरू कर दिया गया है. आपको बता दें शहर के पश्चिमी हिस्से यानी अरावली एक छोर से शुरू होकर पूर्वी हिस्से यमुना (Yamuna river pollution level increase) तक जाने वाले बुढ़िया नाले की स्थिति इस समय काफी गंभीर हो चुकी है. इस नाले का इस्तेमाल बरसाती पानी को निकालने के लिए होता है. शहर के कई छोटे नाले जो बुढ़िया नाले (Faridabad Budhiya Nala) से कनेक्ट होते हैं.

जब भी शहर के अंदर पानी भरता है तो इन छोटे नालों से होते हुए यह पानी बुढ़िया नाले में मिल जाता है. लेकिन इस वक्त इसकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है. इसके कारण यमुना लगातार दूषित हो रही है.हालांकि एनजीटी की तरफ से सख्त निर्देश दिए जाते हैं किसी भी तरह का प्रदूषित पानी यमुना में (Yamuna river pollution level increase) छोड़ा जाए और यही वजह है कि डीसी ने पिछले दिनों सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी और कार्रवाई के भी आदेश दिए थे.

ये भी पढ़ें: बेटी पर बड़ी उम्र के शख्स से शादी का बनाया दबाव, नहीं मानी तो जहर देकर मारा, मामला दर्ज

वहीं बुढ़िया नाले के किनारे कई ऐसी (Faridabad illegal factories) फैक्ट्रियां हैं जो दूषित पानी के साथ-साथ केमिकल भी इसी गुर्जर नाले में छोड़ता है. एक अनुमान के अनुसार रोज लगभग 10 एमएलडी गंदा पानी बुढ़िया नाले में छोड़ा जाता है. गौरतलब है कि यमुना नदी के दोनों तरफ 20 फुट जगह छोड़ी जाती है. लेकिन यहां पर फैक्टरी मालिकों ने उस जगह पर भी कब्जा करके सेड डाल दिए हैं .देखने वाली बात यह होगी कि जिला प्रशासन इनके खिलाफ कब कार्रवाई करता है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में बनाई जाएंगी दो नई जेल, कैदियों के खाने का बदलेगा शेड्यूल- जेल मंत्री

फैक्ट्रियों में छोड़ा जा रहा केमिकल युक्त पानी फरीदाबादवासियों के लिए बना जहर, यमुना में भी बढ़ा प्रदूषण

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में शहर (pollution in Faridabad) का सबसे बड़ा और सबसे पुराना नाला जिसे लोग बुढ़िया नाले के नाम से जानते हैं. ये नाला इन दिनों यमुना नदी और गुरुग्राम आगरा नदी को दूषित कर रहा है. जिसका मुख्य कारण है बुढ़िया नाले के किनारे चल रहे पांच सौ से ज्यादा अवैध फैक्ट्रियों से (Faridabad illegal factories) निकलने वाला गंदा पानी, जी हां बुढ़िया नाले के किनारे दोनों तरफ लगभग 2 किलोमीटर के अंदर 500 के करीब फैक्ट्री है. जिसमें कुछ कपड़े ड्राइन्ग करने की फैक्ट्री है. इस वजह से गंदा और दूषित पानी बुढ़िया नाले में छोड़ा जा रहा है.

वही पानी बुढ़िया नाले से होते हुए आगरा कैनाल नहर और यमुना नदी में जा रहा है. जिसको लेकर यमुना नदी दूषित हो रहा है.हालांकि यह फैक्ट्रियां अवैध रूप से चलाई जा रही है. जिसको लेकर डीसी विक्रम सिंह ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और संबंधित विभाग को आदेश भी दिया है कि जो भी अवैध तरीके से फैक्ट्री (Faridabad illegal factories) चलाई जा रही है. उस पर कार्रवाई करें इसके अलावा जिन फैक्ट्रियों का गंदा पानी और कैमिकल बुढ़िया नाले में छोड़ रहा है. वैसी कंपनियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें.

Faridabad illegal factories
फरीदाबाद अवैध फैक्ट्री

हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दावा है कि किसी आदेश के बाद से जो भी अवैध तरीके से फैक्टरियां चल रही है. उसकी पहचान करना शुरू कर दिया गया है. आपको बता दें शहर के पश्चिमी हिस्से यानी अरावली एक छोर से शुरू होकर पूर्वी हिस्से यमुना (Yamuna river pollution level increase) तक जाने वाले बुढ़िया नाले की स्थिति इस समय काफी गंभीर हो चुकी है. इस नाले का इस्तेमाल बरसाती पानी को निकालने के लिए होता है. शहर के कई छोटे नाले जो बुढ़िया नाले (Faridabad Budhiya Nala) से कनेक्ट होते हैं.

जब भी शहर के अंदर पानी भरता है तो इन छोटे नालों से होते हुए यह पानी बुढ़िया नाले में मिल जाता है. लेकिन इस वक्त इसकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है. इसके कारण यमुना लगातार दूषित हो रही है.हालांकि एनजीटी की तरफ से सख्त निर्देश दिए जाते हैं किसी भी तरह का प्रदूषित पानी यमुना में (Yamuna river pollution level increase) छोड़ा जाए और यही वजह है कि डीसी ने पिछले दिनों सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी और कार्रवाई के भी आदेश दिए थे.

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वहीं बुढ़िया नाले के किनारे कई ऐसी (Faridabad illegal factories) फैक्ट्रियां हैं जो दूषित पानी के साथ-साथ केमिकल भी इसी गुर्जर नाले में छोड़ता है. एक अनुमान के अनुसार रोज लगभग 10 एमएलडी गंदा पानी बुढ़िया नाले में छोड़ा जाता है. गौरतलब है कि यमुना नदी के दोनों तरफ 20 फुट जगह छोड़ी जाती है. लेकिन यहां पर फैक्टरी मालिकों ने उस जगह पर भी कब्जा करके सेड डाल दिए हैं .देखने वाली बात यह होगी कि जिला प्रशासन इनके खिलाफ कब कार्रवाई करता है.

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