चंडीगढ़: कोरोना महामारी की वजह से पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है. लोगों से इसका पालन करने की अपील भी की जा रही है, लेकिन लॉक डाउन की वजह से लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. खासकर फल और सब्जियों का व्यापार करने वाले व्यापारियों और किसानों पर इसका काफी असर पड़ा है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने चंडीगढ़ की सबसे बड़ी मंडी सेक्टर 26 की मंडी में फल सब्जियों के विक्रेताओं और किसानों से बात की और यह जाने की कोशिश की कि लॉक डाउन के बाद उनके व्यापार में कितना बदलाव आया है.
लॉक डाउन लोगों के व्यापार और काम धंधे आर्थिक नुकसान से जूझ रहे हैं. व्यापारियों को भी बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है. खासकर फल और सब्जियों का व्यापार करने वाले और किसानों को लॉक डाउन की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हमने चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में जाकर किसानों और व्यापारियों से बात की.
'दाम आधे हो गए फिर भी नहीं ग्राहक'
सेक्टर 26 की मंडी चंडीगढ़ की सबसे बड़ी मंडी है. यहां पर हरियाणा पंजाब और हिमाचल से सैकड़ों किसान अपने फल और सब्जियां बेचने के लिए पहुंचते हैं. जब हमने लोगों से बात की तो इनका कहना था कि लॉक डाउन के बाद मंडी का करीब 80 फीसदी व्यापार खत्म हो चुका है. यहां पर जितनी सब्जियां पहुंच रही हैं. वो बिक नहीं रही हैं, क्योंकि यहां पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं. सब्जियों के दाम आधे से भी कम कर दिए गए हैं इसके बावजूद सब्जियां नहीं बिक पा रही. सब्जियों को कचरे में फेंकना पड़ रहा है. जिससे किसानों और व्यापारियों को दोनों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
'पास बनाने के बाद भी पुलिस परेशान करती है'
हरियाणा से आए किसान प्रदीप कुमार ने कहा कि पहले तो पुलिस उन्हें मंडी तक आने ही नहीं देती और अगर वह किस तरह मंडी तक पहुंच जाते हैं तो यहां पर पुलिस ग्राहकों को भी नहीं आने दे रही. जिससे उनकी सब्जी नहीं बिक रही. उन्हें आधे से ज्यादा सब्जी कचरे में फेंक कर जानी पड़ती है. सब्जियों के दाम भी आधे से ज्यादा गिरा दिए हैं. इसके बावजूद भी सब्जी नहीं बिक रही. पास बनवाने के बाद भी पुलिस किसानों को परेशान करती है.
'मंडियों में पुलिस ग्राहक को आने ही नहीं देती'
पंजाब से आए किसान मोहम्मद सरदार ने बताया कि सब्जी मंडी में मंदी चल रही है. यहां कोई ग्राहक नहीं आ रहा है और किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि हमारे लिए तो हमारी फसल हमारी आजीविका का साधन है. लॉक डाउन के बाद हम किसी तरह मंडियों में अपना फल और सब्जियां लेकर पहुंचते हैं, लेकिन पुलिस हमारे ऊपर लाठी चार्ज करती है. ग्राहकों को भी पुलिस नहीं आने दे रही.
लॉक डाउन की वजह से प्रशासन का दबाव है, पुलिस काफी सख्ती से पेश आ रही है. पुलिस बाहर से आने वाले फल और सब्जियों को मंडी में नहीं आने देती और अगर मंडी से कोई गाड़ी बाहर भेज जाती है तो उसे बाहर भी नहीं जाने देती. इस वजह से हम सब को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. सब्जी विक्रेताओं ने अपील की है कि प्रशासन थोड़ी ढील दे जिससे किसान और ग्राहक मंडी तक पहुंचकर सब्जियां खरीद बेच सकें ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सकता है.
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