यमुनानगर: कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए प्रशासन को औद्योगिक संस्थानों का भी सहयोग मिलने लगा है. इसी कड़ी में जिले में स्थित सरस्वती शुगर मिल प्रबंधन की तरफ से बजट के लिए खजाना पेश किया है. प्रशासन को जो भी सहयोग चाहिए वो शुगर मिल की ओर से दिया जाएगा.
शुक्रवार को शुगर मिल की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए गए हैं. शुगर मिल प्रबंधन का कहना है कि वो आगे भी जरूरत पढ़ने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रदान करेंगे.
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सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. इससे मरीज का ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाता है, इसलिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का प्रयोग किया जाता है. ये कंसंट्रेटर हवा से ऑक्सीजन बनाता है और मरीज का ऑक्सीजन लेवल मैंटेन करता है. इससे आपातकालीन स्थिति में मरीजों को ऑक्सीजन दी जाएगी.
सरस्वती शुगर मिल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एसके सचदेवा और डीपी सिंह ने बताया कि फिलहाल 15 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं और आगे 35 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और देने की योजना है. उन्होंने कहा कि जैसे ही हमारे पास डिलिवरी आएगी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर कर दिए जाएंगे.
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शुगर मिल प्रबंधन की तरफ से प्रयास है कि इस आपदा काल में प्रशासन और लोगों का अधिक से अधिक सहयोग कर सकें. प्रबंधन की तरफ से भी ये आदेश दिए गए हैं कि कोरोना महामारी में सेवा की जाए. ऑक्सीजन प्लांट भी शुगर मिल और इस्जैक की तरफ से लगाया जा रहा है.
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बता दें कि सरस्वती शुगर मिल सामाजिक दायित्वों को निभा रहा है. शुगर मिल प्रबंधन की तरफ से स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और सोलर प्लांट लगाए गए हैं. कई स्कूलों को गोद लिया हुआ है जिसका पूरा खर्च प्रबंधन की तरफ से उठाया जाता है.