चंडीगढ़:हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में हरियाणा के मुख्यमंत्री की तरफ से बजट पेश किए जाने के बाद अब बजट पर चर्चा जारी है. बजट पर चर्चा के दौरान विपक्षी पार्टियों के विधायक सरकार को कई मुद्दों को लेकर जमकर कोसते नजर आए.
बजट में कुछ भी नया नहीं-मलिक
बजट पर जगबीर मलिक ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पिछले बजट में जो बातें लिखी थी वही बातें इस बजट में भी देखने को मिली है. सेब मंडी खोलने से लेकर, मसाला मंडी, एनिमल हॉस्पिटल खोलने समेत वन क्षेत्र बढ़ाने की भी घोषणा पुरानी है. उन्होंने आरोप लगाया कि अरावली में कब्जे करवा दिए गए. जबकि कर्ज का पैसा भ्रष्टाचार में जाता है और प्रदेश पर कर्ज लगातार बढ़ रहा है.
बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रहार
कांग्रेसी विधायक जगबीर मलिक ने सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है हरियाणा बेरोजगारी के मामले में टॉप 2 में है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में 28. 7 प्रतिशत बेरोजगारी है और बेरोजगारी के चलते ही प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर अपराधों को रोकना है तो युवाओं को रोजगार देना जरूरी है मगर सरकार का रोजगार देने की दिशा में कोई ध्यान नहीं है.
प्रदूषण वाले शहर हरियाणा के माथे पर कलंक
उन्होंने प्रदूषण के मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एक घग्गर और यमुना को साफ करने के निर्देश दिए गए हैं मगर इस दिशा में सरकार की तरफ से काम नहीं किया जा रहा. उन्होंने कहा कि देश के प्रदूषित शहरों में हरियाणा के 5 शहर फरीदाबाद, पलवल, जींद, हिसार और गुरुग्राम का नाम है. उन्होंने कहा कि देश के 30 प्रदूषण में अव्वल शहरों में हरियाणा के 5 शहरों का नाम होना प्रदेश के माथे पर एक बड़ा कलंक है.