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हरियाणा में स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिये राजस्व कलेक्शन में हुआ इजाफा - haryana revenue collection

हरियाणा में स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए राजस्व कलेक्शन में काफी इजाफा हुआ है. स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए वर्ष 2019-20 में 6,100.27 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है.

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Published : Dec 4, 2020, 8:18 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में अब स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए राजस्व कलेक्शन में अच्छा इजाफा हो रहा है. इस साल अक्टूबर महीने में एकत्रित हुआ राजस्व पिछले साल अक्टूबर 2019 की अवधि में एकत्रित हुए राजस्व को पार कर गया है. वहीं एक अप्रैल से 30 नवंबर 2020 के बीच राज्य में दो लाख से अधिक डीड्स पंजीकृत की गई हैं.

जानकारी देते हुए वित्त आयुक्त, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि इस साल अप्रैल से नवंबर के बीच 2,41,302 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से 1949.75 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ. इसमें नवंबर में हुई 44,787 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से एकत्रित हुआ 440.13 करोड़ रुपये का राजस्व भी शामिल है.

इसी प्रकार, सितंबर में 25,928 डीड्स के पंजीकरण से 248.89 करोड़ और अक्टूबर में 59,023 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से 479.46 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ. राजस्व कलेक्शन में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर 2020 के बीच की अवधि में लगभग 45.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 3700.13 करोड़ रुपये एकत्रित किए गए जबकि इस वर्ष 2027.24 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित किया गया जो कि पिछले वर्ष से 1672.89 करोड़ रुपये कम है. अप्रैल से अगस्त 2020 तक केवल 1101.85 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 2747.95 करोड़ रुपये का संग्रहण था. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उक्त अवधि में 59.9 प्रतिशत कम राजस्व मिला, जो कि 1646.1 करोड़ रुपये है. पिछले वर्ष सितंबर में जहां 456.55 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. वहीं इस वर्ष सितंबर महीने में 377.83 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में मिले हैं जो कि पिछले साल की तुलना में 78.72 करोड़ रुपए कम हैं.

ये भी पढे़ं- गृह मंत्री से किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की है: दिग्विजय चौटाला

उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने में 547.56 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ है जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.48 प्रतिशत या यानि 51.93 करोड़ रुपए अधिक है. इस वर्ष नवंबर महीने में 488.53 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ है.

गौरतलब है कि इस वर्ष मार्च में कोविड-19 की महामारी के बाद स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के माध्यम से एकत्रित किए गए राजस्व में गिरावट आई थी. लेकिन अब राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है जो कि सामान्य स्तर के नजदीक है. विभाग को स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए वर्ष 2019-20 में 6,100.27 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है.

चंडीगढ़: हरियाणा में अब स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए राजस्व कलेक्शन में अच्छा इजाफा हो रहा है. इस साल अक्टूबर महीने में एकत्रित हुआ राजस्व पिछले साल अक्टूबर 2019 की अवधि में एकत्रित हुए राजस्व को पार कर गया है. वहीं एक अप्रैल से 30 नवंबर 2020 के बीच राज्य में दो लाख से अधिक डीड्स पंजीकृत की गई हैं.

जानकारी देते हुए वित्त आयुक्त, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि इस साल अप्रैल से नवंबर के बीच 2,41,302 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से 1949.75 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ. इसमें नवंबर में हुई 44,787 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से एकत्रित हुआ 440.13 करोड़ रुपये का राजस्व भी शामिल है.

इसी प्रकार, सितंबर में 25,928 डीड्स के पंजीकरण से 248.89 करोड़ और अक्टूबर में 59,023 डीड्स के पंजीकरण के माध्यम से 479.46 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ. राजस्व कलेक्शन में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अप्रैल से अक्टूबर 2020 के बीच की अवधि में लगभग 45.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 3700.13 करोड़ रुपये एकत्रित किए गए जबकि इस वर्ष 2027.24 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित किया गया जो कि पिछले वर्ष से 1672.89 करोड़ रुपये कम है. अप्रैल से अगस्त 2020 तक केवल 1101.85 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 2747.95 करोड़ रुपये का संग्रहण था. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उक्त अवधि में 59.9 प्रतिशत कम राजस्व मिला, जो कि 1646.1 करोड़ रुपये है. पिछले वर्ष सितंबर में जहां 456.55 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. वहीं इस वर्ष सितंबर महीने में 377.83 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में मिले हैं जो कि पिछले साल की तुलना में 78.72 करोड़ रुपए कम हैं.

ये भी पढे़ं- गृह मंत्री से किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की है: दिग्विजय चौटाला

उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने में 547.56 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ है जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.48 प्रतिशत या यानि 51.93 करोड़ रुपए अधिक है. इस वर्ष नवंबर महीने में 488.53 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्रित हुआ है.

गौरतलब है कि इस वर्ष मार्च में कोविड-19 की महामारी के बाद स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के माध्यम से एकत्रित किए गए राजस्व में गिरावट आई थी. लेकिन अब राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है जो कि सामान्य स्तर के नजदीक है. विभाग को स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क के जरिए वर्ष 2019-20 में 6,100.27 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है.

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