चंडीगढ़: हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्य सचिव के स्तर पर बैठक हुई. बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल और हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना के अलावा वित्त विभाग, बिजली विभाग और सिंचाई विभाग के वरीय अधिकारी मौजूद थे. बैठक में कई मुद्दों पर आपसी सहमित बन गयी. बैठक हरियाणा भवन में हुई. आपको बता दें कि पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के बीच भी दो बार बैठक हो चुकी है.
किशाऊ बांध का मामला: हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच किशाऊ बांध के निर्माण में आ रही तकनीकी और कानूनी अड़चनों को दूर करने पर सहमति बन गयी है. इसको लेकर अधिकारियों की टीम बनेगी जो तमाम पहलूओं पर विचार कर के रिपोर्ट देगी. किशाऊ बांध को केन्द्र सरकार के सहयोग से हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सरकार को बनवाना है. बांध करीब 5400 एकड़ में बनेगा और इसको बनाने में सात से आठ हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. हरियाणा सरकार का कहना है कि किशाऊ बांध बनने से हथनीकुंड बैराज से बहने वाला पानी रोका जा सकेगा. साथ ही पहाड़ों से आने वाले पानी की बर्बादी को भी रोका जा सकता है. बांध के निर्माण से यमुना में आने वाली बाढ़ पर भी नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी.
पंचकूला में दी जाएगी जमीन: पीजीआई चंडीगढ़ और अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों में ईलाज के लिए हिमाचल प्रदेश से आने वाले लोगों के लिए हिमाचल प्रदेश की सरकार पंचकूला में भवन का निर्माण करना चाहती है. ताकि वहां के लोगों को ठहरने की सुविधा मिल सके. इस मामले में भी अधिकारियों के बीच सहमति बन गयी है. भवन निर्माण को लेकर हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों की टीम ने पंचकूला में तीन से चार जगह चिन्हित की हैं. हरियाणा सरकार किसी एक जगह को मंजूरी प्रदान कर सकती है.
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