चंडीगढ़: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता कर बरोदा उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की हार और किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा है. राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हम निजी खरीद के विरोध में नहीं हैं पर सरकार एमएसपी निर्धारण का भी कानून लेकर आये.
जेजेपी भी कांग्रेस की जीत का कारण बनी
बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत पर दीपेंद्र ने कहा कि बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के कई कारण बने हैं. कृषि कानून, प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महिलाओं पर बढ़ता अपराध समेत कई मुद्दे थे. जेजेपी भी हमारी जीत का एक बड़ा कारण बनी है. जेजेपी ने जनता के साथ धोखा देकर जो सरकार को समर्थन दिया था उसका जवाब मतदाता ने दिया. जेजेपी के स्टैंड को नकारते हुए लोगों ने वोट की चोट सरकार को दी है.
13 दिसंबर को गोहाना में करेंगे धन्यवाद रैली
उन्होंने कहा कि बरोदा के लोगों का हम धन्यवाद करते हैं, और आगामी 13 दिसंबर को बरोदा की जीत के लिए कांग्रेस गोहाना में धन्यवाद रैली करेगी. हमारा मुकाबला एक बड़े गठबंधन से था, पैसा पार्टी से, सिलेंडर बाटने वालों से, डराने धमकाने वालों के खिलाफ था फिर भी जनता ने हमारा साथ दिया. बरोदा के नतीजे आने के बाद ही सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है.
सरकार में आ गई है दरार
दीपेंद्र ने आगे कहा कि आप पूछते थे सरकार कैसे हिलेगी. अब इस सरकार में अविश्वास की दरार आ गई है. सरकारी नियम है कि जिस इमारत में दरार आ जाए वो असुरक्षित घोषित हो जाती है. सीएम कह रहे हैं कि जेजेपी की वोट हमें नहीं मिली. स्पष्ट है गठबंधन में अविश्वास की दरार आ गयी है, इसलिये ये गठबंधन भी असुरक्षित हो गया है. भाजपा के उम्मीदवार को भाजपा पर ही विश्वास नहीं था. बरोदा में चुनाव के आखिर दिनों में होर्डिंग लगाए गए जिसमें सीएम की फोटो तक नहीं लगाई गई. एक तरीके से बरोदा की जनता ने राइट टू रिकॉल का प्रयोग किया.
कांग्रेस की फूट फिर आई सामने !
वहीं दीपेंद्र हुड्डा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक दिलचस्प तस्वीर भी देखने को मिली. कांग्रेस विधायक इंदुराज नरवाल से पूछे गए सवाल के जवाब से पहले दीपेंद्र हुड्डा ने इंदुराज नरवाल भालू से कानाफूसी की. इसके बाद इंदुराज नरवाल ने दोहराया मेरे नेता भूपेंद्र सिंह और दीपेंद्र सिंह हुड्डा हैं. इंदुराज नरवाल से पत्रकारों का सवाल था आपके शपथ में भी कुमारी सैलजा नहीं थी और क्या चुनाव प्रचार में दिए बयान पर कायम हैं जिसमें भूपेंद्र सिंह और दीपेंद्र हुड्डा को ही आपने अपने नेता बताया था.
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