ETV Bharat / bharat

करारी हार के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस में टकराव की आशंका, लीडरशिप पर उठने लगे सवाल! - CONGRESS INTERNAL CONFLICTS

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में टकराव की आशंका जताई जा रही है. पार्टी इस पर गहन मंथन करने पर विचार कर रही है.

maharashtra assembly election result
नाना पटोले, वर्षा गायकवाड, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो) (ANI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 25, 2024, 3:39 PM IST

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी विवाद अब खुलकर सामने आने लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड को चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा देने को कहा जा रहा है.

महाराष्ट्र में मिली करारी हार के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, कांग्रेस आलाकमान इस हार पर मंथन करेगा. यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि, पार्टी के भीतर अंदरुनी जांच के बाद प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र में कांग्रेस प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.

खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के इस्तीफे की चर्चा सोमवार सुबह से ही शुरु हो गई थी. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस ने इससे इनकार किया है. खबर यह भी है कि, महाराष्ट्र में हार को लेकर नाना पटोले को दिल्ली तलब किया गया है. बताया जा रहा है कि, उनका पक्ष सुनने के बाद पार्टी आलाकमान की तरफ से आगे का फैसला लिया जाएगा. राज्य में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर घमासान मचने की संभावना है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरे राज्य में सिर्फ 16 सीटें ही जीत सकी. कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को हार स्वीकार करने पड़ी. बता दें कि, सीएम पद के दावेदार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले महज 208 वोटों से जीते हैं. इन सभी विषयों को देखते हुए यह कांग्रेस पार्टी के भीतर हार की जिम्मेदारी तय किए जाने की मांग उठने लगी है. साथ ही कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार नेताओं से इस्तीफे की भी मांग की जा रही है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस अप्रत्याशित और करारी हार के बाद राज्य में कांग्रेस लीडरशिप को मुंबई में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में कार्रवाई करने की बात उठने लगी है. इस पर मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विधायक भाई जगताप ने इस बात पर खेद व्यक्त किया है. उनका मानना है कि, पार्टी की निर्णय प्रक्रिया और अभियान में वरिष्ठ नेताओं को पर्याप्त रूप से शामिल नहीं किया गया है. उनका कहना है कि, कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ माने जाने वाली इन सीटों को बिना किसी आग्रह के सहयोगी दलों के लिए छोड़ दिया गया और पार्टी ने कम सीटों पर चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे.

लोकसभा में पार्टी की सफलता के कारण स्थानीय नेतृत्व ने अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए प्रयास किए हैं. भाई जगताप ने आलोचना की है कि, मुंबई अध्यक्ष के रूप में पूरे मुंबई में अभियान में उनकी भागीदारी की कोई तस्वीर नहीं थी. विधायक भाई जगताप ने मांग की है कि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष ने लोकसभा में कांग्रेस पार्टी की अच्छी सफलता और राज्य में अच्छा प्रदर्शन करने का श्रेय लिया था.

उसी तरह, उन्हें अब राज्य और मुंबई में कांग्रेस पार्टी की हार की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों को इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने अनुमान लगाया कि महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे की गड़बड़ी और मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस से कांग्रेस प्रभावित हुई होगी.

कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया है कि, कांग्रेस ने मुंबई के नेता चंद्रकांत हंडोरे, सुरेश शेट्टी, भाई जगताप और अन्य प्रमुख नेताओं को निर्णय लेने की प्रक्रिया में जगह नहीं दिए जाने के कारण पार्टी की करारी हार हुई. पार्टी के भीतर यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि, गायकवाड़ ने केवल अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए प्रयास किया और अन्य उम्मीदवारों को नजरअंदाज कर दिया.

जगताप का कहना है कि, पूरे अभियान के दौरान मुंबई अध्यक्ष के रूप में गायकवाड की अधिक मौजूदगी नहीं दिखी. कांग्रेस की हार के बाद अब जबकि पार्टी से विरोध के स्वर उभरने लगे हैं, कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि, पार्टी के नेता इस संबंध में क्या निर्णय लेते हैं. कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि, परिणाम अविश्वसनीय और अप्रत्याशित थे.

उन्होंने स्पष्ट किया कि, इस चुनावी परिणाम के बारे में पार्टी आलाकमान को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी और उनके साथ चर्चा की जाएगी. इसलिए उम्मीद है कि, कांग्रेस में जल्द ही हार की जिम्मेदारी तय की जाएगी और आगे के निर्णय लिए जाएंगे.

ये भी पढ़ें: हार-जीत का ईवीएम से लेना-देना नहीं- जानें कांग्रेसी सांसद ने क्यों कही यह बड़ी बात

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी विवाद अब खुलकर सामने आने लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड को चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा देने को कहा जा रहा है.

महाराष्ट्र में मिली करारी हार के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, कांग्रेस आलाकमान इस हार पर मंथन करेगा. यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि, पार्टी के भीतर अंदरुनी जांच के बाद प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र में कांग्रेस प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.

खबरों के मुताबिक, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के इस्तीफे की चर्चा सोमवार सुबह से ही शुरु हो गई थी. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस ने इससे इनकार किया है. खबर यह भी है कि, महाराष्ट्र में हार को लेकर नाना पटोले को दिल्ली तलब किया गया है. बताया जा रहा है कि, उनका पक्ष सुनने के बाद पार्टी आलाकमान की तरफ से आगे का फैसला लिया जाएगा. राज्य में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर घमासान मचने की संभावना है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरे राज्य में सिर्फ 16 सीटें ही जीत सकी. कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को हार स्वीकार करने पड़ी. बता दें कि, सीएम पद के दावेदार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले महज 208 वोटों से जीते हैं. इन सभी विषयों को देखते हुए यह कांग्रेस पार्टी के भीतर हार की जिम्मेदारी तय किए जाने की मांग उठने लगी है. साथ ही कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार नेताओं से इस्तीफे की भी मांग की जा रही है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस अप्रत्याशित और करारी हार के बाद राज्य में कांग्रेस लीडरशिप को मुंबई में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में कार्रवाई करने की बात उठने लगी है. इस पर मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विधायक भाई जगताप ने इस बात पर खेद व्यक्त किया है. उनका मानना है कि, पार्टी की निर्णय प्रक्रिया और अभियान में वरिष्ठ नेताओं को पर्याप्त रूप से शामिल नहीं किया गया है. उनका कहना है कि, कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ माने जाने वाली इन सीटों को बिना किसी आग्रह के सहयोगी दलों के लिए छोड़ दिया गया और पार्टी ने कम सीटों पर चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारे.

लोकसभा में पार्टी की सफलता के कारण स्थानीय नेतृत्व ने अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए प्रयास किए हैं. भाई जगताप ने आलोचना की है कि, मुंबई अध्यक्ष के रूप में पूरे मुंबई में अभियान में उनकी भागीदारी की कोई तस्वीर नहीं थी. विधायक भाई जगताप ने मांग की है कि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष ने लोकसभा में कांग्रेस पार्टी की अच्छी सफलता और राज्य में अच्छा प्रदर्शन करने का श्रेय लिया था.

उसी तरह, उन्हें अब राज्य और मुंबई में कांग्रेस पार्टी की हार की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष दोनों को इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने अनुमान लगाया कि महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे की गड़बड़ी और मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस से कांग्रेस प्रभावित हुई होगी.

कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया है कि, कांग्रेस ने मुंबई के नेता चंद्रकांत हंडोरे, सुरेश शेट्टी, भाई जगताप और अन्य प्रमुख नेताओं को निर्णय लेने की प्रक्रिया में जगह नहीं दिए जाने के कारण पार्टी की करारी हार हुई. पार्टी के भीतर यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि, गायकवाड़ ने केवल अपनी पसंद के उम्मीदवारों के लिए प्रयास किया और अन्य उम्मीदवारों को नजरअंदाज कर दिया.

जगताप का कहना है कि, पूरे अभियान के दौरान मुंबई अध्यक्ष के रूप में गायकवाड की अधिक मौजूदगी नहीं दिखी. कांग्रेस की हार के बाद अब जबकि पार्टी से विरोध के स्वर उभरने लगे हैं, कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि, पार्टी के नेता इस संबंध में क्या निर्णय लेते हैं. कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि, परिणाम अविश्वसनीय और अप्रत्याशित थे.

उन्होंने स्पष्ट किया कि, इस चुनावी परिणाम के बारे में पार्टी आलाकमान को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी और उनके साथ चर्चा की जाएगी. इसलिए उम्मीद है कि, कांग्रेस में जल्द ही हार की जिम्मेदारी तय की जाएगी और आगे के निर्णय लिए जाएंगे.

ये भी पढ़ें: हार-जीत का ईवीएम से लेना-देना नहीं- जानें कांग्रेसी सांसद ने क्यों कही यह बड़ी बात

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.