भिवानी: जिले में बढ़ती सर्दी और पाले के कारण कई गांवों में सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. ऐसे किसान मुआवजे की मांग को लेकर बर्बाद सरसों की फसल के साथ भिवानी लघु सचिवालय पहुंचे. जहां उपायुक्त के माध्यम से किसानों ने सरकार से प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा देने की मांग की. परेशान किसानों ने कहा कि मुआवजा नहीं मिला, तो अन्नदाता किसान के सामने ही रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा. इस दौरान किसानों के साथ गांव के सरपंच भी मौजूद रहे.
जिले के गांव पूर्णपुरा, कोंट, उमरावत, देवसर व नवा धिराणा गांवों के किसान शुक्रवार को अपने सरपंचों को साथ लेकर स्थानीय लघु सचिवालय पहुंचे. इस दौरान किसान पाले की मार से पूरी तरह बर्बाद हुई फसल भी साथ लाए थे. किसानों ने इसे दिखाते हुए कहा कि भिवानी में पाले से फसल खराब हुई है. पूरे साल मेहनत व हजारों रुपए खर्च करने के बाद पकने वाली फसल को पाले की मार ने खत्म कर दिया है.
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पीड़ित किसानों के साथ आए सरपंचों ने बताया कि उनके गांवों में नहरी पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. बीते 30-35 सालों से उनके खेतों में कभी नहर का पानी नहीं आया. ऐसे में अब सरसों को पाले की मार ने बर्बाद कर दिया. इस सरसों के सहारे ही किसान अपना परिवार पालते हैं, घर बनाते हैं, बच्चों की शादी करते हैं. उन्होंने कहा कि हर किसान को प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजा दिया जाए. ऐसा नहीं होने पर किसान आत्महत्या करने को मजबूर होंगे.
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