रोहतक: विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद पहली बार जेजेपी चौधरी देवीलाल का जन्मदिन अकेले मनाया है. इस मौके पर जेजेपी के नेता एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गृह क्षेत्र में रैली के जरिए चुनाव से पहले अपनी सियासी ताकत दिखाई. मेला ग्राउंड में आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे आपको बता दें कि जेजेपी की रैली के दौरान बारिश भी हुई पर लोगों पर इसका कोई असर नहीं दिखा और लोगों ने नांच-गाकर खुशी मनाई.
29 दिन करनी पड़ेगी मेहनत
इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस मैदान में कांग्रेस ने अपना दम दिखाया, जिस मैदान में बीजेपी ने अपना दम दिखाया और 14 दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी अपना दम दिखाना चाह रहे थे लेकिन इस मेला ग्राउंड में नजर घुमा के देख लो. उन्होंने कहा कि अब जनता बदलाव चाहती है और उस बदलाव के लिए 29 दिन मेहनत करनी पड़ेगी.
मोदी पर बरसे दुष्यंत चौटाला
दुष्यंत चौटाला इतने पर नहीं रूके उन्होंने कहा कि मोदी बस टीवी पर नजर आते हैं. वे कभी अमेरिका जाते नजर आते हैं. कभी दिखाया जाता है कि वे ट्रंप की झप्पी पा लेंगे. मोदी सिर्फ फोटो खिंचवाने के रह गए हैं. 14 दिन पहले हमारे बीच आए थे रोहतक को क्या देकर गए. मोदी की फोटो की ताकत के आगे हम मुकाबला नहीं कर सकते. बीजेपी के पैसे की ताकत के सामने जेजेपी सिर्फ मैन पावर की ताकत से उनका मुकाबला कर सकती है.
पार्टी के लिए संघर्ष करने वाले लोग जाएंगे जनता के बीच
वहीं दुष्यंत चौटाला ने टिकट पर बोलते हुए कहा कि आज तक जिन्होंने भी संगठन के साथ खड़े होकर संघर्ष किया है पार्टी उन्हें जनता के बीच भेजने का काम करेगी.
न्यू व्हीकल एक्ट पर बोले दुष्यंत
इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने न्यू व्हीकल एक्ट पर बोलते हुए कहा कि अगर जेजेपी की सरकार आती है तो ये एक्ट लागू नहीं किया जाएगा.
पिछले साल इसी कार्यक्रम में हुआ था विवाद
साल 2018 में 25 सितंबर को बारिश आ जाने की वजह से देवीलाल के जन्मदिन पर कार्यक्रम आगे बढ़ाना पड़ा था.अक्टूबर महीने में रैली गोहाना में आयोजित हुई थी. इस रैली के दौरान चौटाला परिवार की अंदरूनी रार पहली बार मंच पर सामने आई थी. दुष्यंत ट्रैक्टर यात्रा के साथ मंच पर पहुंचे तो समर्थक 'भावी सीएम' के नारे लगाने लगे. तभी दूसरे गेट से विपक्ष के नेता अभय चौटाला मंच पर पहुंचे तो उनके खिलाफ हूटिंग की गई. अंत में पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने कहा था, 'अगर नारे ही लगाने हैं तो वापस चला जाता हूं. उन्होंने कहा कि माहौल खराब करने वाले या तो सुधर जाएं, वरना चुनाव से पहले निकालकर बाहर फेंक दूंगा'. इसके बाद दुष्यंत को नोटिस जारी किया गया. फिर दुष्यंत, दिग्विजय और अजय चौटाला को पार्टी से बाहर किया गया. पार्टी से बाहर होते ही जेजेपी का गठन हुआ.