ETV Bharat / city

महिलाओं द्वारा झूठी शिकायत देने के मामले सबसे ज्यादा, 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

हांसी में थाने में झूठी शिकायतें देने के मामलों में शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें कलंदरा कोर्ट में पेश किया.

author img

By

Published : Feb 3, 2020, 7:54 PM IST

false complaints in police stations hisar
false complaints in police stations hisar

हिसार: पुलिस में झूठी शिकायतें देने वालों को सबक सिखाने के लिए हांसी जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ऐसे मामलों में शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 9 लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 182 के तहत कलंदरा कोर्ट में पेश किया गया है. झूठी शिकायतें देने वालों में सबसे अधिक महिलाएं है.

दुष्कर्म, छेड़छाड़ व मारपीट की झूठी शिकायतें देने वाली 4 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. महिला थाने में एक महिला ने शिकायत दी थी कि एक व्यक्ति ने नौकरी का झांसा देकर उसके साथ विवाह रचाया व फिर दुष्कर्म किया लेकिन पुलिस जांच में महिला के आरोपों की हवा निकल गई.

झूठी शिकायत देने वालों पर केस दर्ज, महिलाओं द्वारा झूठी शिकायत देने के मामले सबसे ज्यादा.

एक अन्य महिला ने आरोप लगाए कि चचेरे भाई ने उसके साथ जबरदस्ती की व मारपीट भी की. ये आरोप भी पुलिस जांच में झूठे पाए गए. इसी तरह एक महिला ने आरोप लगाए थे कि एक बाइक सवार ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी. महिला ने एक व्यक्ति पर घर में घुसकर दुष्कर्म करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. दोनों महिलाओं के आरोप तफ्तीश में गलत पाए गए हैं.

ये भी पढ़ें- सूरजकुंड मेले में लोगों का मन मोह रही हिमाचल से आई हजारों साल पुरानी मूर्तियां, देखें झलकियां

हांसी के डीएसपी राजबीर सैनी ने बताया कि एसपी के निर्देशों पर विभिन्न थानों द्वारा झूठी शिकायतों पर कार्रवाई की गई है. सिटी थाने, सदर व नारनौंद थाना में तीन, बास थाना में 2 व महिला थाने में सर्वाधिक 4 महिलाओं के खिलाफ कलंदरा दर्ज किया गया है. सिटी थाने में महिला ने कुछ व्यक्तियों के खिलाफ उसका रास्ता रोकने व मारपीट करने के आरोप लगाए थे वो पुलिस तफ्तीश में झूठे निकले.

नारनौंद थाने में मनीष नामक युवक के चार व्यक्तियों पर कार छीनने के आरोप भी गलत पाए गए. सदर थाना में धर्मपाल ने उसके परिवार के साथ गाली-गलौच करने के आरोप भी जांच में झूठे मिले हैं. बास थाने में धर्मबीर ने सगे भाई पर अपनी ही मां को लालच में आकर मारने का आरोप लगाया था लेकिन यह मामला भी पुलिस जांच में झूठा पाया गया है. अब पुलिस ने उपरोक्त सभी मामलों में शिकायतकर्ताओं पर ही कानून का चाबुक चलाते हुए मामला दर्ज कर लिया है.

ये भी पढ़ें- सिरसा में एक लाख रुपये के नकली नोटों के साथ दो आरोपी गिरफ्तार

हिसार: पुलिस में झूठी शिकायतें देने वालों को सबक सिखाने के लिए हांसी जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ऐसे मामलों में शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 9 लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 182 के तहत कलंदरा कोर्ट में पेश किया गया है. झूठी शिकायतें देने वालों में सबसे अधिक महिलाएं है.

दुष्कर्म, छेड़छाड़ व मारपीट की झूठी शिकायतें देने वाली 4 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. महिला थाने में एक महिला ने शिकायत दी थी कि एक व्यक्ति ने नौकरी का झांसा देकर उसके साथ विवाह रचाया व फिर दुष्कर्म किया लेकिन पुलिस जांच में महिला के आरोपों की हवा निकल गई.

झूठी शिकायत देने वालों पर केस दर्ज, महिलाओं द्वारा झूठी शिकायत देने के मामले सबसे ज्यादा.

एक अन्य महिला ने आरोप लगाए कि चचेरे भाई ने उसके साथ जबरदस्ती की व मारपीट भी की. ये आरोप भी पुलिस जांच में झूठे पाए गए. इसी तरह एक महिला ने आरोप लगाए थे कि एक बाइक सवार ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी. महिला ने एक व्यक्ति पर घर में घुसकर दुष्कर्म करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. दोनों महिलाओं के आरोप तफ्तीश में गलत पाए गए हैं.

ये भी पढ़ें- सूरजकुंड मेले में लोगों का मन मोह रही हिमाचल से आई हजारों साल पुरानी मूर्तियां, देखें झलकियां

हांसी के डीएसपी राजबीर सैनी ने बताया कि एसपी के निर्देशों पर विभिन्न थानों द्वारा झूठी शिकायतों पर कार्रवाई की गई है. सिटी थाने, सदर व नारनौंद थाना में तीन, बास थाना में 2 व महिला थाने में सर्वाधिक 4 महिलाओं के खिलाफ कलंदरा दर्ज किया गया है. सिटी थाने में महिला ने कुछ व्यक्तियों के खिलाफ उसका रास्ता रोकने व मारपीट करने के आरोप लगाए थे वो पुलिस तफ्तीश में झूठे निकले.

नारनौंद थाने में मनीष नामक युवक के चार व्यक्तियों पर कार छीनने के आरोप भी गलत पाए गए. सदर थाना में धर्मपाल ने उसके परिवार के साथ गाली-गलौच करने के आरोप भी जांच में झूठे मिले हैं. बास थाने में धर्मबीर ने सगे भाई पर अपनी ही मां को लालच में आकर मारने का आरोप लगाया था लेकिन यह मामला भी पुलिस जांच में झूठा पाया गया है. अब पुलिस ने उपरोक्त सभी मामलों में शिकायतकर्ताओं पर ही कानून का चाबुक चलाते हुए मामला दर्ज कर लिया है.

ये भी पढ़ें- सिरसा में एक लाख रुपये के नकली नोटों के साथ दो आरोपी गिरफ्तार

Intro:एंकर : पुलिस में झूठी शिकायतें देने वालों को सबक सीखाने के लिए हांसी जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ऐसे मामलों में शिकायतकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 9 लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 182 के तहत कलंदरा कोर्ट में पेश किया गया है। झूठी शिकायतें देने वालों में सबसे अधिक महिलाएं है। दुष्कर्म, छेड़छाड़ व मारपीट की झूठी शिकायतें देने वाली 4 महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

वहीं तीन मामलों में कार्यवाही की जा रहीं है जो झूठे पाए जाने पर आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

छेड़छाड़, दुष्कर्म व मारपीट की झूठी शिकायत देना पड़ा भारी

महिला थाने में एक महिला ने शिकायत दी की एक व्यक्ति ने नौकरी का झांसा देकर उसके साथ विवाह रचाया व फिर दुष्कर्म किया। लेकिन पुलिस जांच में महिला के आरोपों की हवा निकल गई। एक अन्य महिला ने आरोप लगाए कि चचेरे भाई ने उसके साथ जबरदस्ती की व मारपीट भी की। यह आरोप भी पुलिस जांच में झूठे पाए गए। इसी तरह एक महिला ने आरोप लगाए थे कि एक नामालूम बाइक सवार ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी महिला ने एक व्यक्ति पर घर में घुसकर दुष्कर्म करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। दोनों महिलाओं के आरोप दौरान ए तफ्तीश में गलत पाए गए हैं। अब चारों महिलाओं को अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा।Body:वीओ - हांसी के डीएसपी राजबीर सैनी ने बताया कि एसपी के निर्देशों पर विभिन्न थानों द्वारा झूठी शिकायतों पर कार्रवाई की गई है। सिटी थाने, सदर व नारनौैंद थाना में तीन, बास थाना में 2 व महिला थाने में सर्वाधिक 4 महिलाओं के खिलाफ कलंदरा दर्ज किया गया है। सिटी थाने में महिला ने कुछ व्यक्तियों के खिलाफ उसका रास्ता रोकने व मारपीट करने के आरोप लगे जो पुलिस तफ्तीश में झूठे निकले। नारनौंद थाने में मनीष नामक युवक ने चार व्यक्तियों पर कार छीनने के आरोप भी गलत पाए गए । सदर थाना में धर्मपाल ने उसके परिवार के साथ गाली-गलौच करने के आरोप भी जांच में झूठे मिले हैं। बास थाने में धर्मबीर ने सगे भाई पर अपनी ही मां को लालच में आकर मारने का आरोप लगाया था लेकिन यह मामला भी पुलिस जांच में झूठा पाया गया है। अब पुलिस ने उपरोक्त सभी मामलों में शिकायतकर्ताओं पर ही कानून का चाबुक चलाते हुए मामला दर्ज कर लिया है। झूठी शिकायत करने के मामले में आरोपित को अधिकतम छह महीने की सजा व जुर्माना हो सकता है।

बाइट - राजबीर सैनी, डीएसपी।

Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.