चरखी दादरी: जिले के बहुचर्चित पिचौपा कलां माइनिंग क्षेत्र में पिछले दिनों महज 15 दिनों के भीतर दो हादसे होने के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. मामले में प्रशासन ने संज्ञान लिया है. प्रशासन ने हादसे वाले क्षेत्र में खनन कार्य को असुरक्षित मानते हुए आगामी आदेशों तक रोक दिया है. 15 दिनों के दौरान माइनिंग क्षेत्र में हादसे होने और लगातार ग्रामीणों की ओर से अवैध माइनिंग के आरोपों के कारण यह कार्रवाई की गई है.
दो हादसों के बाद माइनिंग पर लगी रोक: दरअसल पिचौपा कलां के माइनिंग क्षेत्र में इसी माह दो बार हादसे हो चुके हैं, जिसमें गाड़ियां और मशीने दबने और एक व्यक्ति के घायल होने की बात सामने आई थी. लगातार हो रहे इन हादसों को लेकर स्थानीय ग्रामीण विरोध कर रहे थे. उन्होंने माइनिंग कंपनी पर अवैध माइनिंग करने का आरोप लगाया था. साथ ही खनन पर रोक की मांग की थी. ग्रामीणों के लगातार बढ़ते रोष को देखते हुए प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया है. फिलहाल माइनिंग को बंद किया गया है.
डीसी ने किए माइनिंग बंद करने के आदेश जारी: माइनिंग कंपनी के संचालक सुधीर तंवर ने कहा कि "मिट्टी की स्लाइडिंग हुई है. कुछ लोग माइनिंग बंद करने की साजिश कर रहे हैं, जिसकी जांच के लिए अधिकारियों से मांग की है. दादरी डीसी ने माइनिंग को बंद करने के आदेश जारी किए है." वहीं, माइनिंग अधिकारी रिंकू सिंह ने कहा कि"डीसी सर ने माइनिंग को फिलहाल बंद कर दिया है. निर्देश दिए गए हैं कि यहां खनन नहीं होगा."
बता दें कि बीते 6 जनवरी को हरियाणा के खनन मंत्री कृष्णलाल पंवार ने भी माइनिंग क्षेत्र का दौरा किया. साथ ही माइनिंग को उन्होंने सही बताया था. लेकिन प्रशासन ने मंत्री की विजिट के दस दिन बाद ही इस माइनिंग को असुरक्षित मानते हुए खनन को बंद करवा दिया है.
ये भी पढ़ें: दादरी में पहाड़ की मिट्टी खिसकी, एक वाहन दबा, जांच टीम पर जमकर बरसे गांववाले, लगाया बड़ा आरोप