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कोरोना संकट के बीच हरियाणा में आज से खुले स्कूल, पैरेंट्स को सता रहा इस बात का डर

कोरोना संकट के बीच आज से हरियाणा में चौथी और पांचवी क्लास तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. लेकिन, सरकार और पैरेंट्स को इस बात का डर सता रहा है कि इन बच्चों को पढ़ाने वाले टीचर्स अब तक पूरी तरह कोरोना वैक्सीन नहीं लगवा पाए हैं.

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Published : Sep 1, 2021, 11:59 AM IST

Schools open in Haryana from today
कोरोना संकट के बीच हरियाणा में आज से खुले स्कूल, पैरेंट्स को इस बात का डर

चंडीगढ़: हरियाणा में आज से कक्षा चौथी और पांचवी के बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं. करीब डेढ़ साल के बाद छठी क्लास से नीचे के बच्चों के लिए स्कूलों को खोला गया है. कोरोना के खौफ में सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला तो ले लिया, लेकिन बच्चों पर कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है. सरकार की सबसे बड़ी चिंता है स्कूल स्टाफ का कोरोना वैक्सीनेशन, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है.

प्रदेश में अभी तक 100% स्कूल स्टाफ के कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है. जबकि, सरकार ने 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस तक 100% स्कूल स्टाफ को टीके लगाने का लक्ष्य रखा हुआ है. वहीं, प्राइवेट स्कूलों के स्टाफ के टीकाकरण की मॉनिटरिंग के लिए तो कोई सिस्टम तक नहीं है. शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने खुद भी इस बात को माना है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही सिस्टम बनाया जाएगा. प्रदेश के स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं 16 जुलाई व छठी से आठवीं तक की कक्षाएं 23 जुलाई से शुरू की गई थीं.

  • स्कूल में एक दिन में 50 फीसदी स्टूडेंट्स को ही बुलाया जाएगा.
  • स्कूल में एंट्री के लिए माता-पिता की लिखित अनुमति जरूरी है.
  • स्कूल स्टाफ के साथ सभी बच्चों को भी मास्क लगाकर आना होगा.
  • जो भी बच्चा किसी कारणवश मास्क घर पर भूल जाता है तो स्कूल उसे उपलब्ध कराएगा.
  • एंट्री करने के समय बच्चे का तापमान और ऑक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा.
  • सोशल डिस्टेंसिंग का स्कूल में पालन कराया जाएगा.
  • खाने-पीने की चीजें बच्चे शेयर नहीं कर सकेंगे.
  • जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रखनी होगी.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में इस दिन से चौथी व पांचवी कक्षाओं के लिए भी खुलेंगे स्कूल

चंडीगढ़: हरियाणा में आज से कक्षा चौथी और पांचवी के बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं. करीब डेढ़ साल के बाद छठी क्लास से नीचे के बच्चों के लिए स्कूलों को खोला गया है. कोरोना के खौफ में सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला तो ले लिया, लेकिन बच्चों पर कोरोना का खतरा अभी बना हुआ है. सरकार की सबसे बड़ी चिंता है स्कूल स्टाफ का कोरोना वैक्सीनेशन, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है.

प्रदेश में अभी तक 100% स्कूल स्टाफ के कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है. जबकि, सरकार ने 5 सितंबर यानी शिक्षक दिवस तक 100% स्कूल स्टाफ को टीके लगाने का लक्ष्य रखा हुआ है. वहीं, प्राइवेट स्कूलों के स्टाफ के टीकाकरण की मॉनिटरिंग के लिए तो कोई सिस्टम तक नहीं है. शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने खुद भी इस बात को माना है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही सिस्टम बनाया जाएगा. प्रदेश के स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं 16 जुलाई व छठी से आठवीं तक की कक्षाएं 23 जुलाई से शुरू की गई थीं.

  • स्कूल में एक दिन में 50 फीसदी स्टूडेंट्स को ही बुलाया जाएगा.
  • स्कूल में एंट्री के लिए माता-पिता की लिखित अनुमति जरूरी है.
  • स्कूल स्टाफ के साथ सभी बच्चों को भी मास्क लगाकर आना होगा.
  • जो भी बच्चा किसी कारणवश मास्क घर पर भूल जाता है तो स्कूल उसे उपलब्ध कराएगा.
  • एंट्री करने के समय बच्चे का तापमान और ऑक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा.
  • सोशल डिस्टेंसिंग का स्कूल में पालन कराया जाएगा.
  • खाने-पीने की चीजें बच्चे शेयर नहीं कर सकेंगे.
  • जो बच्चे स्कूल नहीं आएंगे, उनके लिए ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रखनी होगी.

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