नई दिल्ली: क्रिकेट दुनिया के सबसे अमीर खेलों में से एक है. खिलाड़ियों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले बल्ले से लेकर इसमें इस्तेमाल होने वाली हर वस्तु बेहद महंगी होती है. विशेष रूप से एलईडी स्टंप जो अंपायर को सही निर्णय लेने में मदद करते हैं और इसमें कई विशेषताएं शामिल हैं. इन खास क्वालिटी के लिए ही ये अधिक महंगे होते हैं. तो आइए इस खबर में जानते हैं क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाले स्टंप्स की कीमत कितनी होती है.
कब और कैसे शुरू हुआ स्टंप का उपयोग
शुरुआत में क्रिकेट में केवल दो विकेटों यानि स्टंप का उपयोग किया जाता था. लेकिन दोनों स्टंप के बीच में काफी जगह होने के कारण गेंद स्ंटप पर लगे बिना ही वापस चली जाती थी. यह बल्लेबाजों के लिए अधिक सुविधाजनक था. लेकिन 1775 में लुम्पी स्टीवेन्सन नाम के एक शख्स ने पहली बार क्रिकेट में 3 स्टंप का इस्तेमाल किया. कहा जाता है कि बाद में उस नियम को खेल में भी जारी रखा गया. शुरुआत में क्रिकेट में लकड़ी से बने स्टंप का उपयोग किया जाता था.
ऐसे में कभी-कभी जब गेंद स्टंप से टकराकर विकेटकीपर के हाथ में चली जाती है तो अंपायर के लिए सही निर्णय बताना मुश्किल हो जाता है. बाद में जैसे-जैसे खेल अधिक लोकप्रिय होता गया, इसमें कई बदलाव हुए. फिर 2008 में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी बीबीजी ने कैमरे से लैस स्टंप पेश किए. बाद में इसे स्टंप्स कंपनी लिमिटेड ने खरीद लिया. इनका उपयोग पहली बार उसी वर्ष मार्च में हुए ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका मैच में किया गया था.
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और इंजीनियर ब्रोंटे एकरमैन ने 2012 में एलईडी स्टंप में माइक्रोप्रोसेसर माइक के साथ एक स्टंप तैयार किया. इससे बल्ले और गेंद व विकेट से टकराकर पैदा होने वाले साउंड को ट्रैक करना बहुत आसान हो गया. बाद में जिंग कंपनी ने इन विकेटों का निर्माण शुरू किया.
2012 बिग बैश लीग में पहली बार इन सभी गुणों वाले एलईडी स्टंप का उपयोग किया गया था. बाद में 2014 में आईसीसी द्वारा आयोजित अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में पहली बार इनका उपयोग किया गया. इनका इस्तेमाल आईपीएल 2016 से किया जा रहा है. फिलहाल इन स्टंप्स का इस्तेमाल आईसीसी द्वारा आयोजित हर मैच में किया जा रहा है.
कितनी है स्टंप्स की कीमत
जिंग इंटरनेशनल द्वारा बनाए गए इन एलईडी स्टंप्स की कीमत लगभग 40,000 डॉलर है. भारतीय रुपए में 30 लाख से 35 लाख के बीच इन स्टंप्स की कीमत है.