चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा द्वारा आलाकमान को खत (Kumari Selja letter against Hooda) लिखे जाने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गुलाम नबी आजाद और हम एक ही परिवार में कई सालों इकट्ठे रहे हैं. हम लोगों की जो मांग थी वह कांग्रेस अध्यक्षा ने स्वीकार कर ली. जिसके बाद अब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव होने जा रहे हैं. उसके बाद भी गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया इसको लेकर उनकी हमसे कोई बातचीत नहीं हुई कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया.
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष हुड्डा (Leader Opposition Bhupinder Singh Hooda) ने कहा कि गुलाम नबी आजाद सीनियर नेता थे और उन्होंने बिना बताए पार्टी छोड़ दी, जिसके चलते उन्होंने उनसे मुलाकात की थी. जहां तक किसी के चिट्ठी लिखने या कुछ बोलने का सवाल है इसको लेकर तो मैं कुछ नहीं कह सकता. कई बार लोग फ्रस्ट्रेशन में ऐसा कहते हैं. कई बार स्वार्थ के लिए भी ऐसा कह देते हैं. लेकिन जहां तक मेरा सवाल है, मैं साफ कर देना चाहूंगा कि मैं हमेशा कांग्रेस में था और गांधी परिवार के साथ हमेशा खड़ा रहा हूं.
इसके अलावा पंचायत चुनाव को देखते हुए हरियाणा में इस सप्ताह राजनीतिक माहौल गरमाने जा रहा है. एक तरफ जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 2 दिनों के दौरे पर हरियाणा आ रहे हैं, तो वहीं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी 7 और 8 सितंबर को हिसार आ रहे हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी भी दिल्ली में महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर हल्ला बोल रैली करने जा रही है.
इसी मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की बीजेपी और जेजेपी सरकार से हर वर्ग परेशान है. हर वर्ग कांग्रेस को ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है. आप देखेंगे कि 4 सितंबर को दिल्ली में होने वाली कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे.
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