भिवानी: किसानों को पराली ना जलाने बारे जागरूक करने को लेकर बुधवार को बवानीखेड़ा के राजकीय महिला महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें किसानों को पराली नहीं जलाने को लेकर जागरूक किया गया.
किसानों को किया जागरूक
इस दौरान छात्राओं ने बताया कि पराली जलाने से निकलने वाले धुंए से हमें अनेकों बीमारियों से तो जूझना पड़ता ही है, साथ ही वातावरण भी प्रदूषित होता है. इस दौरान महिला महाविधालय के प्राचार्य सुमित ने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए उन्होंने जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे मे बताया गया है. इस दौरान किसानों को पराली न जलाने के सुझाव दिए गए कि किसान अपनी पराली ना जलाकर उन्हे पशुओं या फिर कोई ऐसे कार्य में इस्तेमाल करे, जिससे कि पर्यावरण में प्रदूषण ना फैले.
सरकार को उठाने चाहिए कदम- किसान
वहीं इस दौरान किसान देवेंदर का कहना था कि किसान पराली जलाता है तो सरकार अलग-अलग नियम और कानून लागू कर देती है, जबकि उद्योगों से निकलने वाले धुंए पर कोई नियम और कानून लागू नहीं किए जाते. किसान को पराली जलाने पर नियम और कानून तो लागू कर दिए गए, लेकिन अगर किसान पराली न जलाए तो कहां लेकर जाए और जब तक खेतों से पराली को हटाया नहीं जाए तो आगे की फसलों की पैदावार को कैसे होगी. सरकार को पराली उठान को लेकर भी कदम उठाने चाहिए.
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