अहमदाबाद: गुजरात के पाटन जिले में 18 वर्षीय फर्स्ट ईयर के मेडिकल छात्र की कॉलेज के छात्रावास में कथित रूप से रैगिंग के बाद मौत हो गई थी. मामले में पुलिस ने उसके 15 वरिष्ठ छात्रों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
वहीं, मेडिकल कॉलेज ने भी अपनी एंटी-रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद सभी 15 एमबीबीएस छात्रों को निलंबित भी कर दिया है. GMERS मेडिकल कॉलेज के छात्र अनिल नटवरभाई मेथानिया को शनिवार को कथित रूप से वरिष्ठ छात्रों ने रैगिंग के तहत तीन घंटे से अधिक समय तक खड़ा रखा, जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी.
मामले में पाटन के एडिशनल डीन और प्रोफेसर अनिल कुमार गोकुल सिंह ने अपने ही कॉलेज के 15 छात्रों के खिलाफ बालिसाना थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने जिन छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, उनमें अवधेश अशोकभाई पटेल, हिरेन मनसुखभाई प्रजापति, तुषार पीराभाई गोहलेकर, प्रकाश माधाभाई देसाई, जयमिन सवजीभाई चौधरी, प्रवीण वरजंगभाई चौधरी और विवेक गमनभाई रबारी शामिल हैं.
इनके अलावा रुत्विक पुरषोत्तमभाई लिम्बडिया, मेहुल प्रतापभाई धेधातर, सुरजल रुदाभाई बल्दानिया, हरेश गंभीरभाई चावड़ा, वैभव कुमार विकेश कुमार रावल, पराग भरतभाई कलासरिया, उत्पल शैलैशभाई वसावा और विशाल लगधीरभाई चौधरी के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं.
उस रात क्या हुआ था?
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 16 नवंबर की रात कॉलेज कैंपस के बॉयज हॉस्टल ब्लॉक-बी के दूसरे फ्लोर पर बने कॉमन रूम में इंट्रोडक्शन के लिए बुलाया था. इस दौरान सीनियर्स छात्रों ने मृतक को खड़े-खड़े गाने गाने और डांस करने को कहा. इस दौरान उसे कमरे से बाहर भी नहीं जाने दिया गया. लगातार खड़े रहने के बाद अनिल चक्कर खाकर गिर पड़ा था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की सूचना मेडिकल कॉलेज के डीन हार्दिक शाह को रात 1 बजे दी गई.
एंटी रैगिंग कमेटी की जांच
घटना सामने आने के बाद कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने मेडिकल कॉलेज के डीन से छात्र की मौत की जांच कराई और घटना में शामिल सभी संदिग्ध 15 छात्रों को बुलाकर उनसे पूछताछ की और कार्रवाई की.