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हरियाणा में स्वच्छता मिशन चला रहा है मोदी का जबड़ा फैन, 10 सालों से हाथ में थाम रखी है झाड़ू, PM से मिलने की तमन्ना है

चरखी दादरी जिले के रामचंद्र स्वामी पीएम मोदी से प्रेरित होकर पिछले 10 सालों से सार्वजनिक स्थानों पर निशुल्क सफाई करते हैं.

CLEANING PUBLIC PLACES
चरखी दादरी जिले के रामचंद्र स्वामी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

चरखी दादरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वच्छता के लिए प्रभावित होकर सेवा भावना में झाड़ू उठाने वाले 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी सार्वजनिक स्थानों को निशुल्क चमकाने में जुटे हुए हैं. करीब 10 सालों से पीएम मोदी के ‘क्लीन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ा रहे रामचंद्र द्वारा शुरू की गई स्वच्छता मुहिम आज भी जारी है. उनको जहां भी कूड़ा मिलता है तो वे हाथों में झाड़ू लेकर अकेले ही सफाई में जुट जाते हैं. रामचंद्र अब पीएम मोदी से मिलने की तमन्ना लिए आज भी अपने कार्य में जुटे हुए हैं.

2 बार पीएम से मिलने का कर चुके असफल प्रयास : बता दें कि चरखी दादरी जिले के गांव कारी मोद निवासी 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी ने 10 साल पहले देश को स्वच्छ बनाने की ठानी और झाड़ू उठाकर अकेले ही निकल पड़े. रामचंद्र ने प्रधानमंत्री से प्रभावित होकर झाड़ू उठाई थी और वे पीएम से मिलने की तमन्ना लिए आज भी अपने कार्य में जुटे हुए हैं. पीएम मोदी को भगवान कृष्ण स्वरूप मानने वाले रामचंद्र स्वयं को गरीब सुदामा बताते हैं और पीएम मोदी से मिलने दो बार दिल्ली तक की पैदल यात्रा कर चुके हैं. बावजूद उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है. पीएम के प्रति उनकी आस्था के चलते लोग उन्हें 'मोदी भक्त' के नाम से जानते हैं.

चरखी दादरी जिले के रामचंद्र स्वामी (ETV Bharat)

ड्राइवर की नौकरी छोड़ पकड़ी झाड़ू: रामचंद्र स्वामी का कहना है कि वो ट्रक ड्राइवरी का काम करते थे और अक्सर उनका गुजरात आना-जाना रहता था. वहां के स्वच्छता कार्यों से प्रभावित होकर उनके मन में नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था जगी. वहीं जब 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया तो उन्होंने उनके प्रधानमंत्री बनने की कामना करते हुए तीन महीने नौ दिन का उपवास रखा. वर्ष 2014 में पीएम बनने के बाद जब मोदी ने झाड़ू उठाकर स्वच्छता अभियान की शुरूआत की तो रामचंद्र ने भी ट्रक ड्राइवरी छोड़ झाडू उठा ली. रामचंद्र अपनी कार में हमेशा झाड़ू साथ रखते और अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर मुख्य बाजारों, चौक-चौराहों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर सफाई में जुटे रहते हैं.

सुबह 5 बजे पहुंच जाते हैं सार्वजनिक स्थानों पर : उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन सुबह 5 बजे से अपनी कार लेकर घर से निकल जाते हैं और सार्वजनिक स्थानों, चौक-चौराहों, सड़कों, गलियों में कूड़ा देखकर साफ-सफाई करते हैं. उन्होंने बताया कि गंदगी से बीमारियां फैलती हैं. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति यदि अपने आसपास प्रतिदिन 5 मिनट भी साफ-सफाई करें तो देश की तस्वीर ही बदल सकती हैं और धरती पर ही स्वर्ग बना सकता है.

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इसे भी पढ़ें : जींद से खाटू श्याम के लिए दौड़ेंगी बसें! लोगों ने बीजेपी विधायक व डिप्टी स्पीकर कृष्ण मिड्ढा से की बस सेवा की मांग

चरखी दादरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वच्छता के लिए प्रभावित होकर सेवा भावना में झाड़ू उठाने वाले 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी सार्वजनिक स्थानों को निशुल्क चमकाने में जुटे हुए हैं. करीब 10 सालों से पीएम मोदी के ‘क्लीन इंडिया’ मिशन को आगे बढ़ा रहे रामचंद्र द्वारा शुरू की गई स्वच्छता मुहिम आज भी जारी है. उनको जहां भी कूड़ा मिलता है तो वे हाथों में झाड़ू लेकर अकेले ही सफाई में जुट जाते हैं. रामचंद्र अब पीएम मोदी से मिलने की तमन्ना लिए आज भी अपने कार्य में जुटे हुए हैं.

2 बार पीएम से मिलने का कर चुके असफल प्रयास : बता दें कि चरखी दादरी जिले के गांव कारी मोद निवासी 72 वर्षीय रामचंद्र स्वामी ने 10 साल पहले देश को स्वच्छ बनाने की ठानी और झाड़ू उठाकर अकेले ही निकल पड़े. रामचंद्र ने प्रधानमंत्री से प्रभावित होकर झाड़ू उठाई थी और वे पीएम से मिलने की तमन्ना लिए आज भी अपने कार्य में जुटे हुए हैं. पीएम मोदी को भगवान कृष्ण स्वरूप मानने वाले रामचंद्र स्वयं को गरीब सुदामा बताते हैं और पीएम मोदी से मिलने दो बार दिल्ली तक की पैदल यात्रा कर चुके हैं. बावजूद उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है. पीएम के प्रति उनकी आस्था के चलते लोग उन्हें 'मोदी भक्त' के नाम से जानते हैं.

चरखी दादरी जिले के रामचंद्र स्वामी (ETV Bharat)

ड्राइवर की नौकरी छोड़ पकड़ी झाड़ू: रामचंद्र स्वामी का कहना है कि वो ट्रक ड्राइवरी का काम करते थे और अक्सर उनका गुजरात आना-जाना रहता था. वहां के स्वच्छता कार्यों से प्रभावित होकर उनके मन में नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था जगी. वहीं जब 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया तो उन्होंने उनके प्रधानमंत्री बनने की कामना करते हुए तीन महीने नौ दिन का उपवास रखा. वर्ष 2014 में पीएम बनने के बाद जब मोदी ने झाड़ू उठाकर स्वच्छता अभियान की शुरूआत की तो रामचंद्र ने भी ट्रक ड्राइवरी छोड़ झाडू उठा ली. रामचंद्र अपनी कार में हमेशा झाड़ू साथ रखते और अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर मुख्य बाजारों, चौक-चौराहों के अलावा सार्वजनिक स्थानों पर सफाई में जुटे रहते हैं.

सुबह 5 बजे पहुंच जाते हैं सार्वजनिक स्थानों पर : उन्होंने बताया कि वे प्रतिदिन सुबह 5 बजे से अपनी कार लेकर घर से निकल जाते हैं और सार्वजनिक स्थानों, चौक-चौराहों, सड़कों, गलियों में कूड़ा देखकर साफ-सफाई करते हैं. उन्होंने बताया कि गंदगी से बीमारियां फैलती हैं. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति यदि अपने आसपास प्रतिदिन 5 मिनट भी साफ-सफाई करें तो देश की तस्वीर ही बदल सकती हैं और धरती पर ही स्वर्ग बना सकता है.

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