जींद: शहर के भिवानी रोड मिनी बाईपास की रेलवे लाइन पर बन रहे अंडरपास का एक हिस्सा धड़ाम से गिर गया. इसके साथ ही आसपास के कई मकानों के सामने से जमीन खिसक गई है. जमीन ऐसे खिसकी मानो भूकंप आ गया. कई मकान गिरते-गिरते बच गए. इस दौरान मकानों से बाहर निकलने का रास्ता भी बंद हो गया. स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.
लोग घरों में रहने को मजबूर: दरअसल, भिवानी रोड फाटक पर अंडरपास बनाने का काम चल रहा है. उसमें आज अचानक कई मकानों के आगे से जमीन खिसक गई. स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीन ऐसे खिसकी जैसे भूकंप आता है. इस दौरान कई मकानों से बाहर निकले का रास्ता भी बंद होने से मोहल्ले वासी परेशान हैं. मकानों में रहने वाले लोग अंदर ही बंद होकर रह गए हैं. लोग साइड के खुले प्लाट में सीढ़ी लगाकर उतर कर जान बचाने पर मजबूर हो गए हैं.
जींद डीसी से हस्तक्षेप की मांग: जींद विकास संगठन के अध्यक्ष, प्रमुख समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल ने कहा कि क्या अंडरपास बनाने के नाम पर लोगों की जान ली जाएगी. क्या लोगों को घरों से बेघर किया जाएगा. आज का जो हादसा है उससे कई मकान गिर सकते थे. कई लोगों की जान जा सकती थी. गोयल ने जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है और यहां तक सवाल किया है कि आखिर कौन से पढ़े लिखे इंजीनियर इस अंडरपास को बना रहे हैं.
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प्रोजेक्टों की निगरानी की मांग : राजकुमार गोयल ने जींद के डीसी से मांग की है कि इस मामले में जांच कराई जाए. जो भी दोषी पाए जाएं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. इतना ही नहीं, इस प्रकार के जो प्रोजेक्ट शहर में चल रहे हैं, उनके लिए स्पेशल निगरानी टीम बनाई गई. टीम इन विकास कार्यों की इंजीनियरिंग पर ध्यान रखें. इसके साथ-साथ जो लोग यहां रह रहे हैं, उनके लिए रास्ते का प्रावधान जरूर होना चाहिए, जिससे वे अपने घरों से बाहर आ जा सके. जिन घरों के आगे से जमीन खिसकी है, उन घरों के आगे प्रशासन द्वारा अपने खर्चे पर रास्ता बना कर देना चाहिए. गोयल ने जींद के डीसी के ये मांग विशेष तौर पर की है कि यहां अब भी मकानों के गिरने का खतरा है. एक बार मौके का मुआयना जरूर कर लीजिए.