अंबाला: स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा के सैकड़ों सिक्योरिटी कर्मचारी सरकार द्वारा एक अप्रैल से सेवाएं समाप्त करने के विरोध में रोष प्रकट कर रहे हैं. सरकार इनकी जगह अब सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा का जिम्मा होम गार्ड को देने जा रही है.
सीआईटीयू हरियाणा के महासचिव जय भगवान का कहना है कि आज स्वास्थ्य विभाग के सभी जगह के ठेके पर लगे कर्मचारी इस प्रदर्शन में आये हैं, क्योंकि विभाग अब 31 मार्च के बाद सिक्योरिटी ठेका कर्मियों की सेवाएं खत्म करने जा रहा है और उनकी जगह होम गार्ड के जवान लगाएं जायेंगे.
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इससे पहले से सेवारत 3170 कर्मचारियों का भविष्य अन्धकार में हो जाएगा. महासचिव के मुताबिक हर साल ठेकेदार का ठेका बदलने से नया ठेकेदार कर्मियों को हटाना शुरू कर देता है. करीबन 20 हज़ार ऐसे कर्मी हैं जो विभिन्न जगह ठेके पर कार्यरत हैं. उनकी मांग है चाहे ठेका बदले लेकिन कर्मचारी वो ही रहने चाहिये. उनका कहना है कि महंगाई के दौर में कर्मचारियों को कम से कम 24 हज़ार वेतनमान मिलना चाहिए क्योंकि 7वें वेतन आयोग का भी यही आदेश है.
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिलकर मांग की है कि सिक्योरिटी ठेका कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय तुरंत रद्द किया जाये और होम गार्ड की तैनाती पर रोक लगाई जाये. उन्होंने कहा कि मंत्री ने उन्हें आश्वासन तो दिया है मगर यदि फिर भी उनकी मांगे नहीं मानी जाती तो उनकी यूनियन 15 मार्च से फिर उनके खिलाफ प्रदर्शन करके धरना देगी.
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