चंडीगढ़: 28 मई को दिल्ली में नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह था. इस दौरान पहलवान नए संसद भवन के सामने प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए थे. जिसकी अनुमति दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को नहीं दी. इसके बाद वहां पर पुलिस ने पहलवानों के तंबूओं को उखाड़ दिया था. हालात ऐसे बन गए थे कि कुछ पहलवान और लोगों को हिरासत में लेना पड़ा था. पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस की धक्का-मुक्की और सख्त कार्रवाई के कारण देश में सियासत तेज हो गई है. अब इस मुद्दे पर इंटरनेशनल पहलवान और बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस पूरे प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए इसे राजनीतिक करार दिया है.
दिल्ली में खिलाड़ियों के साथ हुई धक्का-मुक्की के मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता और पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा है, कि जिस तरीके से खिलाड़ी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विरोध करने के लिए आगे बढ़े थे, वह बहुत ही दुखद है. उन्होंने कहा कि जहां पर देश के प्रधानमंत्री और अन्य वीआईपी लोग कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हो, वहां पर अगर कोई इस तरीके से प्रदर्शन करता है तो फिर उस पर सवाल उठना लाजमी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के मौके पर सुरक्षा के कुछ नियम और कायदे होते हैं. जिनका उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए.
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योगेश्वर दत्त ने कहा कि जिस तरीके से इस मौके पर कुश्ती खिलाड़ी वहां पहुंचे उनके पीछे कोई ना कोई राजनीतिक साजिश जरूर है. बीजेपी नेता और पहलवान योगेश्वर दत्त ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने आंदोलन के पीछे विपक्षी नेताओं का हाथ बताया. वहीं, महिला पहलवानों के साथ बदसलूकी पर योगेश्वर दत्त ने कहा कि प्रधानमंत्री का प्रोटोकॉल बड़ा होता है. उसमें कोई कमी नहीं आने दी जा सकती. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने पहले ही नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया था. उन्होंने खिलाड़ियों के कंधे पर रखकर बंदूक चलाई है. उन्होंने कहा कि इससे पूरे देश की छवि धूमिल हुई है.
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