जानिए! आखिर क्यों आतंकियों के निशाने पर हैं सेब कारोबारी
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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था बागवानी और पर्यटन पर टिकी हुई है. वहीं, सेब की खेती को यहां की अर्थव्यवस्था का रीढ़ माना जाता है. कश्मीर से हर साल लगभग 20 लाख टन सेब का निर्यात किया जाता है. बागवानी उद्योग 8 हजार से 9 हजार करोड़ रुपये तक का होता है. इससे रोजगार के भी अच्छे मौके बनते हैं. ऐसे में जब ट्रक ड्राइवरों और मजदूरों की मौत की खबर आती है तो दशहत का माहौल बनना लाजमी है. और अगर यही हाल रहा और आतंकी हमले नहीं थमे तो घाटी में बाहर से निवेश आने का सपना धरा का धरा ही रह जाएगा.