नई दिल्ली: तिहाड़ जेल की अलग-अलग जेलों में बंद दो दर्जन गैंगस्टर अब तिहाड़ जेल की चाक-चौबंद सुरक्षा को तार-तार कर रहे हैं. दरअसल इन गैंगस्टर के बीच तिहाड़ जेल के भीतर भी वर्चस्व की लड़ाई जारी है और यह लड़ाई अभी से नहीं, बल्कि पिछले कई सालों से चली आ रही है. इसी का नतीजा है कि अक्सर जेल में न सिर्फ गैंगवार बल्कि हत्या जैसी घटनाएं होती रही हैं.
तिहाड़ में बंद हैं 20 से अधिक गैंगस्टर: एक तरफ दिल्ली एनसीआर के टॉप गैंगस्टर के बीच आपस में गोलीबारी खून खराबे की घटनाएं होती रहती हैं. वहीं, पिछले कुछ सालों से जेल के भीतर भी अपने वर्चस्व को लेकर यह गैंगस्टर एक दूसरे पर जानलेवा हमले कर रहे हैं. तिहाड़ की अलग-अलग जिलों में 20 से अधिक नामी गैंगस्टर शामिल हैं. इसमें लॉरेंस बिश्नोई, हाशिम बाबा, नीरज बवाना, नासिर, धेनु, अनिल भाटी, रवि गंगवार, रोहित चौधरी, गोगी गैंग का खास अशोक प्रधान, अमित गुलिया ,काला जठेड़ी, मंजीत महल, सत्येंद्र सिंह, जैसे नाम शामिल है. लिस्ट में प्रिंस तेवतिया, टिल्लू ताजपुरिया, जितेंद्र मान उर्फ गोगी का भी नाम शामिल था. इन गैंगस्टर का गिरोह इतना फैला हुआ है कि जेल के भीतर खूनी झड़प के साथ-साथ कोर्ट की तारीख पर जाने वाले अपने विरोधियों पर भी यह हमले से बाज नहीं आते.
ये भी पढ़ें: Murder in Tihar Jail : तिहाड़ जेल में फिर गैंगवार, कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या
नीरज बवानिया के खिलाफ हत्या हत्या के प्रयास और उगाही सहित 50 से भी अधिक मामले दर्ज हैं. दिल्ली का रहने वाला नीरज बवाना दिल्ली के टॉप 10 बदमाशों में शामिल है. उसके साथ 100 से अधिक बदमाश जुड़े हुए हैं और नीरज बवाना का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से दुश्मनी जगजाहिर है. वहीं, इस जेल में बंद अनिल भाटी जो नोएडा में संगठित अपराध का कुख्यात सरगना सुंदर भाटी का भतीजा है. उस पर 25000 का इनाम घोषित किया गया था, अनिल भाटी बीजेपी नेता शिव कुमार की हत्या में शामिल था. साथ ही उस पर हत्या हत्या की कोशिश और रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं, जबकि मंजीत महल दिल्ली के सबसे पुराने गैंगस्टर में से एक हैं. उस पर दिल्ली सहित पड़ोसी राज्यों में हत्या जबरन वसूली और अन्य जघन्य अपराध शामिल है. नजफगढ़ इलाके से इंडियन नेशनल लोकदल के पूर्व विधायक और गैंगस्टर रहे कृष्ण पहलवान के भाई भरत सिंह की हत्या की योजना में भी शामिल था.
ये भी पढ़ें: Gang War In Tihar Jail : जानिए कौन था गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया और जेल के अंदर क्यों हुई उसकी हत्या ?