नई दिल्ली: राजधानी में कई जगह लोग गंदगी और कूड़े से परेशान हैं. लोगों को ना सिर्फ बदबू की वजह से परेशानी होती है, बल्कि सड़क पर बिखरा ये कूड़ा कई बार वाहन चालकों के लिए भी दिक्कतें खड़ी कर देता है. ऐसा ही कुछ नांगली सकरावती से रनहौला तक देखने को मिला.
इस एरिया में नाले के किनारे मलबा डाला जा रहा है. जिसकी वजह से आने-जाने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वाहनों को भी निकलने में काफी दिक्कत हो रही है. मलबे के कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है.
विभाग की लापरवाही !
नाले के किनारे मलबा डालने के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग इसको उठाने के लिए जैसे तैयार ही नहीं है. वहीं केशोपुर से रनहौला के बीच नजफगढ़ नाले पर सिर्फ मलबा ही नहीं बल्कि पेड़ की टहनियों ने भी वाहन चालकों के नाक में दम कर रखा है. पेड़ों की छंटाई ना होने से वाहन चालकों को रास्ता और आने वाली गाड़ियों को देखने में काफी समस्या आती है. ऐसे में हादसे का खतरा बना रहता है.
दीवार ना होने से बढ़ा खतरा
सफाई के दौरान नाले के किनारे की दीवार भी तोड़ दी गई थी, जिसकी अभी तक मरम्मत नहीं की गई है. दीवारों के बीच लगे लोहे के गेट भी चोरी हो चुके हैं. ऐसे में रोड और नाले के बीच कोई दीवार नहीं होने खतरा ज्यादा बढ़ गया है.
'चल रहा है काम'
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने बताया कि नाले पर रनहोली की पुलिया तक सड़क को दुरुस्त करने का काम चल रहा है. वहीं केशोपुर तक के हिस्से का नए सिरे से निर्माण करना और सड़क को चौड़ा करना संभव नहीं है, इसलिए उस पर भी मरम्मत का कार्य चलाया जाएगा.