नई दिल्ली/नोएडा: यमुना प्राधिकरण ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लाइब्रेरी बनाने का निर्णय लिया है. प्राधिकरण ने 96 गांव में लाइब्रेरी बनाने की शुरुआत की है. लाइब्रेरी बनने से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा में सुधार आएगा और पढ़ाई के साथ अन्य परीक्षाओं की तैयारी करने में युवाओं को मदद मिलेगी.
दरअसल, ग्रेटर नोएडा में यमुना विकास प्राधिकरण गांवो की जमीन का अधिग्रहण कर रहा है, जिसके बाद ग्रामीणों ने गांव के विकास व लाइब्रेरी सहित अन्य सुविधाओं की प्राधिकरण से मांग की. ग्रामीणों की मांग पर यमुना विकास प्राधिकरण ने 96 गांव में लाइब्रेरी बनाने का निर्णय लिया है. इसकी शुरुआत करते हुए तीन गांव में लाइब्रेरी बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही सभी गांव में लाइब्रेरी बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि गांव में बेहतर विकास और ग्रामीणों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर कई योजनाएं प्राधिकरण के द्वारा चलाई जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने और किसानों के बच्चे को पढ़ने के लिए उचित स्थान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गांव में लाइब्रेरी बनाने की योजना शुरू की गई है. यमुना प्राधिकरण ने 96 गांव में लाइब्रेरी बनाने का निर्णय लिया है.
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योजना की शुरुआत करते हुए तीन गांव में लाइब्रेरी की नींव रखी गई है. वहीं तीन और गांव में लाइब्रेरी निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. प्राधिकरण ने अभियान की शुरुआत करते हुए डूंगरपुर, रिलखा, जगनपुर, अफजलपुर, सलारपुर मुंजखेड़ा और अच्छेजा बुजुर्ग में लाइब्रेरी बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी गई है.
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