नई दिल्ली: जेएनयू में हुई मारपीट की घटना को लेकर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है. रविवार को हुई घटना के अलावा तीन एवं चार जनवरी को दर्ज एफआईआर की जांच भी क्राइम ब्रांच द्वारा की जाएगी. सोमवार शाम को क्राइम ब्रांच की टीम ने उस जगह का मुआयना किया, जहां पर यह घटनाएं हुई हैं.
तीन-चार जनवरी को दर्ज की गई FIR
दिल्ली पुलिस का कहना है कि रविवार शाम लगभग 5 बजे उन्हें एक कॉल मिली थी. कॉल में बताया गया कि जेएनयू में कुछ छात्रों के बीच झगड़ा हुआ है. यहां पर पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चल रहा है, जिसका कुछ छात्र विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर शुक्रवार एवं शनिवार को भी छात्रों के ग्रुप में विवाद चल रहा था. इन दोनों घटनाओं को लेकर तीन एवं चार जनवरी को एफआईआर दर्ज की गई है.
प्रशासनिक ब्लॉक पर मौजूद थी पुलिस
पुलिस के अनुसार जेएनयू के अंदर की सुरक्षा वहां के प्रशासन की है. वहां पर पुलिस सुरक्षा में नहीं रहती. हाईकोर्ट के आदेश पर एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक पर पुलिस तैनात रहती है. इस जगह से कुछ दूरी पर यह झगड़ा हुआ था.
पुलिस टीम तुरंत वहां पर पहुंची. इसके अलावा थाने से भी पुलिस टीम पहुंची और हालात पर काबू पाया. शाम 7:45 बजे जेएनयू प्रशासन की तरफ से एक बार फिर झगड़े की कॉल मिली जिसके बाद वहां जाकर दिल्ली पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. पुलिस के पहुंचने पर हंगामा कर रहे लोग भाग गए.
क्राइम ब्रांच जांच करने पहुंची जेएनयू कैंपस
रविवार को हुई घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है और उसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. यहां से सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. इस घटना में कुल 34 लोग घायल हुए थे, जिन्हें सोमवार सुबह अस्पताल से उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. क्राइम ब्रांच आज मौके पर जांच के लिए पहुंची. पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं, जिनकी मदद से मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बाहर से आये लोग अंदर कैसे दाखिल हुए.
जॉइंट सीपी तैयार करेंगी रिपोर्ट
इस घटना को लेकर ज्वाइंट सीपी वेस्टर्न रेंज शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक फैक्ट फाइंडिंग टीम भी बनाई गई है. यह टीम पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर उसे गृह मंत्रालय को सौंप देगी. इस रिपोर्ट से साफ होगा कि रविवार को आखिरकार कैंपस में क्या हुआ था.