ETV Bharat / state

Encroachment in Tughlakabad: लोग सामान को कबाड़ में बेचने को मजबूर

तुगलकाबाद किला परिधि क्षेत्र में अधिकारियों ने रविवार और सोमवार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की. इस कारण वहां रह रहे हजारों परिवार बेघर हो गए हैं. पीड़ितों का कहना था कि उनके सामान को भारी नुकसान हुआ है. इस कारण वह महंगे सामान को कबाड़ को औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : May 3, 2023, 11:30 AM IST

तुगलकाबाद में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई

नई दिल्लीः दिल्ली के तुगलकाबाद किला क्षेत्र में अदालत के आदेश पर प्रशासन ने पिछले दो दिनों तक अतिक्रमण के खिलाफ कारवाई की. इस दौरान करीब 1000 से अधिक घरों को तोड़कर गिरा दिया गया. इसके बाद उसमें रहने वाले हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उनके सामने कई समस्याएं उत्पन्न हो गई है. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां अचानक हुई तोड़फोड़ की कार्रवाई की वजह से हम अपना घर में रखा सामान भी बाहर निकाल नहीं पाए. हमारा सामान उसमें दब गया जो खराब हो गया. इसके बाद हम लोग अपने अच्छे सामानों को भी कबाड़ में बेचने को मजबूर हैं.

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई से प्रभावित लक्ष्मी नाम की महिला ने बताया कि जैसे तैसे एक-एक पैसा जोड़कर जमीन खरीदी थी. हम मजदूरी का काम करते हैं. हमारे घर को तोड़ दिया गया है. जब घर बनाए थे तो सब ने पैसे लिए थे, जमीन वाले, किला वाले ने, पुलिस वाले ने. लक्ष्मी ने बताया कि अब हम कहां जाएं. भूखे प्यासे हम लोग दो-तीन दिनों से यहां रह रहे हैं. लक्ष्मी ने बताया कि हमारे घर में रखा हुआ सामान भी खराब हो गया है. घर में तोड़फोड़ किया गया. हम अपना सामान निकाल नहीं पाए, जिसकी वजह से हमारा सामान, बेड, अलमारी, फ्रीज आदि खराब हुआ है और जो सामान अच्छा भी है तो मजबूरी में हम अपना सामान कबाड़ी को बेच रहे हैं. कबाड़ वाले भी कम पैसे में कबाड़ ले रहे हैं. अब हम कहां जाएं? रेंट पर जगह खोज रहे हैं. कब तक रेंट पर रहेंगे.

एक दूसरी महिला ने रोते हुए बताया कि हमने संजय कॉलोनी में धागा काटकर यहां जमीन ली थी. 10 रुपये सैकड़ा ब्याज पर पैसा लिया था और उस पैसे से यहां जमीन ली थी. अब सब कुछ टूट गया और हमें ब्याज का पैसा भी देना है. छोटे-छोटे बच्चों को खाना नहीं मिल रहा है. हम जैसे-तैसे जीवन जी रहे हैं. सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए. कार्रवाई से प्रभावित एक युवक ने बताया कि जब यहां घर बन रहे थे तो सरकारें कहां थी? आज तोड़फोड़ हुआ है तो कोई भी सरकार, कोई भी नेता, कोई भी अधिकारी हमारी मदद करने नहीं आ रहा है. यहां पर बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं. हजार से अधिक घरों को यहां पर तोड़ा गया है. सब लोग परेशान हैं. एक बुजुर्ग ने बताया कि जब हमने यहां पर घर बनाई थी, तो सब ने हमसे पैसा लिया था और अब जब तोड़फोड़ हुई है तो कोई हमें बचाने नहीं आ रहा है. हम लोग काफी परेशान हैं.

ये भी पढ़ेंः The Kerala Story: विरोध के बीच फिल्म 'द केरला स्टोरी' की JNU कैंपस में स्क्रीनिंग, 5 मई को होगी रिलीज

बता दें दिल्ली के तुगलकाबाद किला परिधि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण का दावा है. इसको लेकर मामला अदालत में चल रहा है और अदालत ने ही संबंधित एजेंसियों को यहां से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था, जिसके बाद प्रशासन ने यहां पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रविवार और सोमवार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की. इस दौरान एक बड़े भूभाग को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है, लेकिन यहां रहने वाले हजारों परिवार बेघर हो गए हैं.

ये भी पढ़ेंः Loot of Revenue in MCD: सौरभ भारद्वाज बोले- एलजी ने माना बीजेपी शासन में 15 साल से हो रही थी लूट

तुगलकाबाद में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई

नई दिल्लीः दिल्ली के तुगलकाबाद किला क्षेत्र में अदालत के आदेश पर प्रशासन ने पिछले दो दिनों तक अतिक्रमण के खिलाफ कारवाई की. इस दौरान करीब 1000 से अधिक घरों को तोड़कर गिरा दिया गया. इसके बाद उसमें रहने वाले हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उनके सामने कई समस्याएं उत्पन्न हो गई है. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि यहां अचानक हुई तोड़फोड़ की कार्रवाई की वजह से हम अपना घर में रखा सामान भी बाहर निकाल नहीं पाए. हमारा सामान उसमें दब गया जो खराब हो गया. इसके बाद हम लोग अपने अच्छे सामानों को भी कबाड़ में बेचने को मजबूर हैं.

अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई से प्रभावित लक्ष्मी नाम की महिला ने बताया कि जैसे तैसे एक-एक पैसा जोड़कर जमीन खरीदी थी. हम मजदूरी का काम करते हैं. हमारे घर को तोड़ दिया गया है. जब घर बनाए थे तो सब ने पैसे लिए थे, जमीन वाले, किला वाले ने, पुलिस वाले ने. लक्ष्मी ने बताया कि अब हम कहां जाएं. भूखे प्यासे हम लोग दो-तीन दिनों से यहां रह रहे हैं. लक्ष्मी ने बताया कि हमारे घर में रखा हुआ सामान भी खराब हो गया है. घर में तोड़फोड़ किया गया. हम अपना सामान निकाल नहीं पाए, जिसकी वजह से हमारा सामान, बेड, अलमारी, फ्रीज आदि खराब हुआ है और जो सामान अच्छा भी है तो मजबूरी में हम अपना सामान कबाड़ी को बेच रहे हैं. कबाड़ वाले भी कम पैसे में कबाड़ ले रहे हैं. अब हम कहां जाएं? रेंट पर जगह खोज रहे हैं. कब तक रेंट पर रहेंगे.

एक दूसरी महिला ने रोते हुए बताया कि हमने संजय कॉलोनी में धागा काटकर यहां जमीन ली थी. 10 रुपये सैकड़ा ब्याज पर पैसा लिया था और उस पैसे से यहां जमीन ली थी. अब सब कुछ टूट गया और हमें ब्याज का पैसा भी देना है. छोटे-छोटे बच्चों को खाना नहीं मिल रहा है. हम जैसे-तैसे जीवन जी रहे हैं. सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए. कार्रवाई से प्रभावित एक युवक ने बताया कि जब यहां घर बन रहे थे तो सरकारें कहां थी? आज तोड़फोड़ हुआ है तो कोई भी सरकार, कोई भी नेता, कोई भी अधिकारी हमारी मदद करने नहीं आ रहा है. यहां पर बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं. हजार से अधिक घरों को यहां पर तोड़ा गया है. सब लोग परेशान हैं. एक बुजुर्ग ने बताया कि जब हमने यहां पर घर बनाई थी, तो सब ने हमसे पैसा लिया था और अब जब तोड़फोड़ हुई है तो कोई हमें बचाने नहीं आ रहा है. हम लोग काफी परेशान हैं.

ये भी पढ़ेंः The Kerala Story: विरोध के बीच फिल्म 'द केरला स्टोरी' की JNU कैंपस में स्क्रीनिंग, 5 मई को होगी रिलीज

बता दें दिल्ली के तुगलकाबाद किला परिधि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण का दावा है. इसको लेकर मामला अदालत में चल रहा है और अदालत ने ही संबंधित एजेंसियों को यहां से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था, जिसके बाद प्रशासन ने यहां पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में रविवार और सोमवार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की. इस दौरान एक बड़े भूभाग को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है, लेकिन यहां रहने वाले हजारों परिवार बेघर हो गए हैं.

ये भी पढ़ेंः Loot of Revenue in MCD: सौरभ भारद्वाज बोले- एलजी ने माना बीजेपी शासन में 15 साल से हो रही थी लूट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.