नई दिल्ली: साउथ दिल्ली साइबर पुलिस ने ऑनलाइन पोर्टल साइट के माध्यम से किराए पर आवास देने के और लिंक भेजकर ठगी करने वाले दो शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जो धोखाधड़ी में उपयोग किए गए थे. आरोपियों की पहचान राजस्थान निवासी शिवकेश बैरवा (27) और रामकेश प्रजापत (29) के रूप में की गई है.
जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि एक शिकायतकर्ता ने साइबर थाने में बताया था कि उसने अपने आवास को किराए पर देने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पोस्ट किया था. कुछ समय बाद उसे एक अज्ञात व्यक्ति से एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसने आवास किराए पर लेने में रुचि दिखाई. उसने खुद को सेना का एक अधिकारी बताकर भुगतान के लिए उसे एक लिंक भेजा. जब शिकायतकर्ता ने लिंक पर क्लिक किया तो उसके खाते से 5,20,000 की राशि काट ली गई.
मामले में शिकायत के बाद धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसीपी ने साइबर पुलिस इंस्पेक्टर अरुण वर्मा की देखरेख में टीम का गठन किया, जिसमें एसआई अंकित शर्मा, हेड कॉन्स्टेबल संदीप, नितेश और सुरेंद्र मीणा को शामिल किया गया.
शिकायतकर्ता से विस्तार से पूछताछ करने के साथ, धोखाधड़ी के पैसे को जालसाज के बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए संबंधित बैंक से जानकारी एकत्रित की गई. साथ ही मोबाइल फोन नंबर के सीएएफ/सीडीआर की जांच भी की गई. टीम की मेहनत रंग लाई जब पता चला कि ठगी की राशि 5 अलग-अलग खातों में जमा की गई है. इसमें से 50 हजार रुपये एयू स्मॉल बैंक के खाते में जमा किया गया को शिवकेश बैरवा के नाम पर था.
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इसके बाद बैंक लेनदेन के कुछ अन्य प्रासंगिक विवरणों का विस्तार से विश्लेषण किया गया और तार्किक रूप से सत्यापित किया गया. सर्विलांस और तकनीकी विश्लेषण के जरिए आरोपी की लोकेशन दौसा, राजस्थान में ट्रेस की गई. इसपर टीम ने राजस्थान पहुंचकर दौसा में छापा मारा और आरोपी शिवकेश बैरवा को पकड़ लिया. पूछताछ में आरोपी ने घटना में संलिप्तता कबूल की और बताया कि उसने अपना खाता रामकेश प्रजापत नामक व्यक्ति को बेच दिया था. आरोपी शिवकेश बैरवा की निशानदेही पर रामकेश प्रजापत को भी पकड़ा गया. आरोपियों की निशानदेही पर अपराध में प्रयुक्त 2 मोबाइल फोन बरामद किए गए. पूछताछ में दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. रामकेश ने यह भी बताया कि उसने अपना खाता खालीद नामक आरोपी को बेच दिया है, जो फिलहाल फरार चर रहा है.
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