नई दिल्ली: साउथ दिल्ली डीसीपी बेनिता मेरी जेकर ने मामले की जानकारी पांच जून की रात को एक शिकायतकर्ता ने पीएस डिफेंस कॉलोनी में सूचना दी कि उसने ब्राइट सिनेमा के लिए वीआईपी रोड पर जल बोर्ड कार्यालय के पास एक कार में लिफ्ट ली. उस कार में पहले से ही तीन लोग बैठे हुए थे. कार चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के पास पहुंची तो उन लोगों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. उसका मोबाइल फोन, लैपटॉप व अन्य कीमती सामान लूट कर फरार हो गए.
इस संबंध में थाने डिफेंस कॉलोनी में मामला दर्ज किया गया. अपराध की गंभीरता को भांपते हुए एसीपी राजेश कुमार ने स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर धमतरी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआईएस हेड कांस्टेबल संदीप कॉन्स्टेबल अखिलेश अशोक योगेंद्र और पुष्पेंद्र को शामिल किया गया. टीम ने जांच करते हुए घटनास्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी फुटेज केंद्रों की जांच की. अपराधिक दूसरों की भी जांच की गई और मैनुअल इनपुट्स के आधार पर तकनीकी निगरानी के माध्यम से जांच की गई अंत में कॉन्स्टेबल अनूप को एक गुप्त सूचना मिली कि एक अपराधी अपने सहयोगी के साथ बस स्टैंड पीपल चौक के पास मेहरौली बदरपुर रोड पर अपराध और चोरी के माल बेचने के लिए आएगा तुरंत सूचना को साझा किया गया.
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जिसके बाद स्पेशल स्टाफ की टीम ने बस स्टैंड पर और उसके आसपास पीपल चौक महरौली बदरपुर रोड के पास कुछ देर बाद दो लोग घूमते हुए देखे गए शक होने पर टीम ने रुकने का इशारा किया. लेकिन के रुकने की वजह मौके से भागने लगे. पुलिस टीम ने उनका पीछा कर दबोच लिया. तलाशी लेने पर उनके पास से पांच मोबाइल फोन बरामद हुए. पूछताछ करने पर मोबाइल फोन अलग-अलग स्थानों से चोरी के पाए गए. उनकी पहचान सुरेंदर और राकेश कुमार के रूप में हुई. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला भी दर्ज कर लिया.